चने के भूसे से कई तरह के प्रोडक्ट बना सकते हैं। इसे फेंकने की जरूरत नहीं है। खेती और पशुपालन में भी चना भूसी का अनमोल फायदा है।
चना की भूसी
चना की भूसी बहुत ज्यादा अच्छी चीज होती है। इसे बेकार समझकर फेंकने की गलती नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि कई तरह के उद्योगों में इसकी डिमांड है। किसान और पशुपालक भी चना भूसी का इस्तेमाल करके हजारों रुपए की बचत कर सकते हैं। चना की भूसी में फाइबर, प्रोटीन और कई तरह के खनिज तत्व होते हैं, जिससे इसका इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता है। चना की दाल निकालने के बाद जो भूसी या छिलका बच जाता है, उसका आप इस्तेमाल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कैसे।
चना की भूसी से बना सकते हैं यह 3 फायदे के प्रोडक्ट
सबसे पहले हम तीन फायदे के प्रोडक्ट के बारे में जानेंगे, उसके बाद किसान और पशुपालकों के लिए इसके लाभ समझेंगे-
1. बायोगैस और बायोफ्यूल प्रोडक्ट
चना की भूसी से बायोगैस और बायोफ्यूल प्रोडक्ट बनाए जाते हैं। चना की भूसी का इस्तेमाल बायोगैस प्लांट में किया जाता है, जिससे बायोगैस बनती है। इसके अलावा बायोफ्यूल ब्रिकेट्स यानी कि ईंधन ब्लॉक बनाए जाते हैं, जिनसे कोयले का इस्तेमाल कम हो जाता है। कोयले की जगह आप इन बायोफ्यूल ब्रिकेट्स का उपयोग कर सकते हैं। चना की भूसी के अलावा धान और गेहूं की पराली का भी इस्तेमाल बायोफ्यूल ब्रिकेट्स बनाने में होता है और इससे लोग लाखों की आमदनी कर रहे हैं। जलाने के लिए यह एक बेहतरीन ईंधन का काम करता है।
2. पेपर और कार्डबोर्ड
पेपर और कार्डबोर्ड बनाने के लिए चना की भूसी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें फाइबर होता है, जिससे पेपर, कार्डबोर्ड और पैकेजिंग के प्रोडक्ट बनाए जाते हैं। आजकल आप जानते हैं कार्डबोर्ड का इस्तेमाल कितना ज्यादा बढ़ गया है। प्लास्टिक की जगह पर चना भूसी से बने पेपर और कार्डबोर्ड का उपयोग पैकेजिंग के लिए किया जा सकता है।
3. इंसुलेशन और बोर्ड्स

चना की भूसी की मांग कई तरह के उद्योगों में होती है। इससे इंसुलेशन और बोर्ड्स बनाए जाते हैं। दरअसल, चना की भूसी को दबाकर पार्टीशन बोर्ड, बायो बोर्ड और इंसुलेशन शीट्स बनाई जाती हैं। इनका घर और ऑफिस में लकड़ी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है।
खेती में चना की भूसी का इस्तेमाल
चना की भूसी से खाद बनाई जा सकती है। चना की भूसी से जैविक खाद और घर में कम्पोस्ट तैयार किया जा सकता है। दरअसल, चना की भूसी, गोबर तथा अन्य अवशेष मिलाकर कम्पोस्ट खाद बनाई जाती है। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और नमी बनी रहती है।
खेत में इसे मल्चिंग के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जिस जमीन पर भूसी को रखा जाता है, उस पर धूप सीधे नहीं पहुंचती, जिससे खरपतवार और अनावश्यक घास नहीं उगती। इस तरीके से किसान प्लास्टिक मल्च पर होने वाला ज्यादा खर्चा बचा सकते हैं। छोटे किसान प्लास्टिक मल्च की जगह चना की भूसी का उपयोग कर सकते हैं।
मशरूम की खेती में चना की भूसी का उपयोग
अगर मशरूम की खेती करते हैं तो उसमें चना की भूसी काम आ सकती है। यह सब्सट्रेट यानी माध्यम का काम करती है। इससे मशरूम तेजी से बढ़ते हैं और उनकी क्वालिटी भी अच्छी होती है।
पशुपालन में चना की भूसी का इस्तेमाल
चना की भूसी का उपयोग पशुपालन में भी किया जा सकता है। दरअसल, चना की भूसी से पशुओं के लिए पौष्टिक चारा बनाया जाता है। गाय, भैंस, बकरी और भेड़ इसे आसानी से खा सकती हैं। गेहूं-चोकर या फिर अन्य दानेदार आहार के साथ इसे मिलाकर पशुओं को देने से उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है और वे अधिक दूध देती हैं। चना की भूसी में मौजूद पोषक तत्व पशुओं के लिए फायदेमंद होते हैं।

चना की भूसी की गुणवत्ता कैसी होनी चाहिए?
चना की भूसी के कई उपयोग हैं, लेकिन इसके लिए उसकी गुणवत्ता अच्छी होना जरूरी है।
- अगर पशु चारा बनाना है तो भूसी साफ-सुथरी होनी चाहिए। उसमें धूल, मिट्टी या पत्थर नहीं होना चाहिए। स्टोर करने के लिए भूसी में नमी कम होनी चाहिए, वरना यह जल्दी खराब हो जाएगी।
- जैविक खाद बनाने के लिए सूखी भूसी का उपयोग करें, जिसमें केमिकल न मिला हो।
- बायोगैस और बायोफ्यूल बनाने के लिए भी सूखी और हल्की भूसी सबसे उपयुक्त रहती है।
- पेपर और कार्डबोर्ड बनाने के लिए लंबी और मजबूत फाइबर वाली भूसी की मांग होती है।
- मशरूम उत्पादन के लिए साफ-सुथरी और सूखी भूसी चाहिए, जिसमें बदबू न हो।
- बोर्ड्स और इंसुलेशन प्रोडक्ट बनाने के लिए भूसी बारीक और एक समान होनी चाहिए। इसमें मिट्टी या पत्थर बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
कुल मिलाकर अगर चना की भूसी का इस्तेमाल करना है तो उसकी गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है। इसे साफ-सुथरी जगह पर एकत्रित करना चाहिए और पानी से बचाकर रखना चाहिए। सही तरह से उपयोग करने पर चना की भूसी किसानों, पशुपालकों और उद्योगों, सभी के लिए फायदेमंद साबित होती है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद