गाय-भैंसों के लिए ये है सबसे अच्छा चारा, ऐसे बोएं, पशुओं के लिए चारा भी रहेगा और बेचने से होगी मोटी कमाई। जानिये चारे का नाम, खसियत, बुवाई का तरीका के साथ पशुओं को कैसे खिलाये।
पशुपालको के लिए चारा
जो पशुपालन करते होंगे उन्हें चारे का महत्व पता होगा। वही हरा चारा तो बड़ी मुश्किल से मिलता है। जिसमें उन्हें हमेशा हर चारे की तलाश रहती है। लेकिन अगर पशुपालक भी खाली पड़ी जमीन में चारे की खेती कर लेते हैं तो वह अपने पशुओं को खिलाने के साथ इस चारे को बेच भी सकते हैं।
आज हम एक ऐसे ही चारे के बारे में जानने वाले हैं जिसके एक बीज से ही चारे का समूह तैयार हो जाएगा और इससे वह अपने पशुओं को पोषण देने के साथ-साथ चारे को बेचकर भी पैसे कमा सकते हैं। तो अगर आप पशुपालन करते हैं और चारे की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं कौन-सा चारे लगा सकते हैं।
मकचरी चारे की खासियत
मकचरी चारा पशुओं के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इस चारे को लगाकर पशुओं के लिए ढेर सारा खाना मिलेगा। यह हरा चारा है जिससे पशुओं को पोषण भी मिलेगा। साथ ही चारे की जब बुवाई करेंगे तो एक ही कल्ले में बहुत सारे कल्ले फूटेंगे। जिसकी वजह से एक चारे का समूह ही बन जाएगा। यानी कि एक बीज से आपको बहुत सारा चारा मिलेगा और यह जरा दो से तीन महीने में तैयार हो जाता है। इसके बाद इसकी कटाई कर सकते हैं, और एक बार खेती करके इसकी दो से तीन बार कटाई कर सकते हैं। यानी कि इस चारे में फायदा ही फायदा है। चलिए जानते हैं इसकी बुवाई कैसे करनी है।
मकचरी चारे की खेती कैसे करें
मकचरी चारे की बुवाई की बात करें तो इस पर भी पशुपालकों को ध्यान देना होगा। जिसमें अगर एक हेक्टेयर में आप मकचरी चारा लगा रहे हैं तो उसके लिए 40 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी। जिसकी बुवाई करने के बाद आप उसमें उर्वरक भी डाल सकते हैं। जिसमें 40-40 किलोग्राम क्रमशः फास्फोरस, पोटाश और 100 किलो नाइट्रोजन छिड़क सकते हैं। इससे पौधे और घने रहेंगे।
जिससे किसानों को एक हेक्टेयर में तकरीबन 600 से 800 क्विंटल चारा मिलेगा। जो कि पशुपालकों के लिए बहुत बढ़िया रहेगा। इस तरह अगर आपके पास जमीन है, और आपका पशुपालन करते हैं तो यह चारा लगा सकते हैं। चलिए जानते हैं अगर यह चारा आप लगाते हैं तो पशुओं को खिलाना कैसे है।
पशुओं को ऐसे दें चारा
गाय और भैंस को हरा और सूखा चारा की मात्रा अलग-अलग दी जाती है। पशुपालकों को पता ही होगा कि गाय को हरा चारा 25 किलो और सूखा चारा 8 किलो रोजाना दे सकते हैं। वहीं अगर भैंस है तो हरा चारा 20 किलो और सूखा चारा 10 किलो दे सकते हैं। इस तरह आप इतनी मात्रा में चारा उन्हें रोजाना खिला सकते हैं। इस हरे चारे से दूध देने वाले पशुओं को और अधिक लाभ मिलता। इसके सेवन से पशुओं को पोषण की कमी नहीं होती है। अगर यह चारा ज्यादा उग जाता है तो बेच भी सकते है।