ये औषधीय जड़ी बूटी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती इसमें कई बिमारियों का रामबाण उपाय मौजूद होता है इसलिए इसे दवाओं का कॉम्बो पैक कहा जाता है तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है…
दवाओं का कॉम्बो पैक है ये जड़ी-बूटी
आज हम आपको एक ऐसी खास जड़ी बूटी के बारे बता रहे है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है इसमें कई पोषक तत्वों के गुण बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होते है जो कमजोर शरीर को फौलादी मजबूत बनाते है इसका सेवन जरूर करना चाहिए जिससे बीमारियां सेहत के आस पास भी नहीं भटकती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते है। हम बात कर रहे है शतावरी जड़ी बूटी की शतावरी की जड़ में औषधि तत्व कूट-कूट कर भरे होते है।
शतावरी की खेती
शतावरी की खेती बहुत लाभकारी होती है शतावरी की खेती के लिए गर्म, धूपदार और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का चुनाव करना चाहिए। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी को सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है आपको बता दें शतावरी की बुवाई के लिए बीज या एक साल पुरानी जड़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शतावरी के बीजों को 30-35 सेंटीमीटर चौड़े बैडों पर बोया जाता है। शतावरी के पौधों को पंक्तियों में 30 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
कितनी होगी कमाई
अगर आप शतावरी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी क्योकि शतावरी बाज़ार में क़रीब 1000 रूपए प्रति किलो बिकती है एक एकड़ में शतावरी जड़ी बूटी औषधि की खेती करने से करीब 6 से 8 लाख रूपए तक की कमाई होती है। किसानों के लिए शतावरी की खेती बहुत फायदेमंद होती है।
शतावरी के फायदे
शतावरी शरीर के लिए बहुत उपयोगी और फायदेमंद होती है शतावरी के सेवन से इम्यूनिटी पावर बहुत ज्यादा बढ़ती है महिलाओं के लिए शतावरी बहुत लाभकारी होती है शतावरी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के गुण आयरन, जिंक, राइबोफ्लेविन, विटामिन K, फोलेट, विटामिन B9, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नेशियम जैसे गुण होते है जो सेहत को तंदुरस्त और बिमारियों को दूर रखते है।