500 रूपए प्रति किलो बिकता है ये अनाज, इसकी खेती बढ़ाएगी किसानों की आमदनी 6 महीने में होगा बंपर मुनाफा, जाने खेती करने का तरीका।
इस फसल की खेती बढ़ाएगी किसानों की आमदनी
इस काले अनाज की खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है क्योकि इस अनाज की बाजार में बहुत तगड़ी डिमांड होती है और इसकी प्रति किलो की कीमत भी बहुत ज्यादा महंगी होती है। इसकी खेती में ज्यादा लागत भी नहीं लगती और 6 महीने में पूरी हो जाती है। इस अनाज की खेती से आप बहुत शानदार कमाई कर सकते है और अच्छा जबरदस्त मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है काले चावल की खेती की काले चावल की खेती किसान भाइयों के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। तो चाहिए जानते है काले चावल की खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
इस अनाज की खेती के लिए आपको पहले इसकी खेती से जुडी कुछ बातें पता होनी चाहिए जिससे आपको इसकी खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। आपको बता दें की काले चावल की खेती एकदम सामान्य चावल की खेती जैसे ही की जाती है। काले चावल की खेती के लिए चिकनी या चिकनी दोमट मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त होती है मिट्टी का पीएच स्तर 5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। काले चावल के पौधे बीज द्वारा लगाएं जाते है। इस काले धान के बीजों को पहले 24 घंटे के लिए गोबर की खाद, नीम की खली और गौमूत्र के घोल में भिगोकर रख देना चाहिए इसके बाद बीजों को घोल से निकाल कर धूप में सुखाकर फिर मिट्टी में बोना चाहिए जिससे काले धान की फसल में कभी भी कीड़ा नहीं लग सकते है और उत्पादन बहुत बेहतरीन होता है। इसकी फसल बुवाई के बाद 6 महीने में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
इस अनाज की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलती है आपको बता दें इसकी खेती भलेही सामान्य चावल की तरह ही की जाती है लेकिन इसकी कीमत बाजार में सामान्य चावल से कई गुना ज्यादा होती है। काले चावल की कीमत करीब 500 से 550 रूपए प्रति किलो तक होती है। काले चावल की खेती से एक एकड़ में करीब 22 से 23 क्विंटल तक की पैदावार मिलती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है और अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
कितनी आएगी लागत
आप इस अनाज की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में बहुत ही कम लागत आएगी। एक एकड़ में इस अनाज की खेती करने के लिए कम से कम 15 से 20 हजार रूपए की लागत आ सकती है। इसकी खेती में बीज, खाद पानी की सिंचाई, मजदूरों की मजदूरी जैसी कई अन्य चीजों का खर्चा आता है।