इस फसल की खेती बहुत मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में खूब अधिक मात्रा में होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में समझते है।
जून में करें इस फसल की बुवाई
सोयाबीन की खेती के लिए उच्च गुणवत्ता वाली किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है आज हम आपको सोयाबीन की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो बहुत ज्यादा पैदावार देने वाली होती है ये किस्म न केवल अधिक उपज देती है बल्कि ये पीला विषाणु रोग, चारकोल सड़न, पत्ती धब्बा और कीट प्रतिरोधी होती है इस किस्म के बैंगनी रंग के फूल और लंबे पत्ते होते है। हम बात कर रहे है सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की खेती की ये किसानों के बीच काफी पसंद की जाती है।
कैसे करें खेती
अगर आप सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होनी चाहिए। जिससे खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है। मिट्टी का pH मान 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए। इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुवाई के लिए प्रति एकड़ 35-40 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। बुवाई के बाद सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की फसल करीब 90 दिनों में तैयार हो जाती है।

कितनी होगी उपज
अगर आप सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत अधिक उपज देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में सोयाबीन की जेएस 2034 किस्म की खेती करने से करीब 20 से 25 क्विंटल तक का उत्पादन मिलता है आप इसकी खेती से लाखों रूपए का मुनाफा कमा सकते है सोयाबीन की ये किस्म 21 प्रतिशत तक का तेल उत्पादन भी देती है। ये किस्म एक उच्च गुणवत्ता वाली होती है।