इस फूल के पेड़ की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में सबसे अधिक मात्रा में होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
फायदे का सौदा है ये फूल की खेती
आज हम आपको एक ऐसे फूल के पेड़ की खेती के बारे में बता रहे है जो मार्केट में बहुत डिमांडिंग होता है इसके फूल का इस्तेमाल होली में कलर बनाने के लिए किया जाता है। इसके बीज, पत्ते, छाल, जड़ और लकड़ी सभी बहुत उपयोगी होते है। आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है पलाश की खेती की पलाश की खेती बहुत मुनाफे वाली साबित होती है इसे परसा, ढाक, टेसू, किशक जैसे कई नामों से जाना जाता है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

पलाश की खेती
अगर आप पलाश की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। पलाश की खेती के लिए सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में खाद डालनी चाहिए इसके पौधे पहले नर्सरी में तैयार किये जाते है फिर खेतों में रोपाई की जाती है। पलाश की खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। रोपाई के बाद पलाश के पेड़ में करीब 3-4 साल में फूल आने लगते है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप पलाश की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी। क्योकि इसके फूलों की डिमांड बाजार में बहुत होती है इसके फूलों का इस्तेमाल जैविक रंग और कई औषधीय बनाने में किया जाता है। एक एकड़ में पलाश की खेती करने से लाखों रूपए की कमाई हो सकती है इसकी खेती में सबसे खास बात ये है की इसके पेड़ की रोपाई एकबार करने के बाद करीब 30 साल तक कमाई होती है। पलाश की खेती जरूर करनी चाहिए।