20 ग्राम का ये टुकड़ा जैविक तरिके से कीट-फंगस और रोग का करेगा मिनटों में सफाया, फसल रहेगी सुरक्षित उत्पादन होगा बंपर, जाने नाम और काम।
कीट-फंगस का होगा सफाया
ये छोटा सा टुकड़ा आपके खेती करने के अनुभव को बदल देगा। ये टुकड़ा किसान भाइयों की खेती के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। इसके इस्तेमाल से फसलों में कीट फंगस जैसे कई रोग नहीं लग पाते है ये आपको बाजार में या किसी भी दुकान पर आसानी से मिल जायेगा। इसके इस्तेमाल से कीट, फंगस, चीटियों, मच्छर और मिलीबग से फसल सुरक्षित रहती है ये सस्ता छोटा सा टुकड़ा बहुत काम का और लाभ का साबित होता है। इसकी महक से छोटे-छोटे कीड़े चीटियां पौधे के आस-पास भी नहीं आते है जिससे उत्पादन भी बेहतरीन होता है तो चलिए जानते है कौन सा टुकड़ा है।
20 ग्राम का टुकड़ा
आप सभी इसका नाम जानने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक होंगे। हम कपूर की बात कर रहे है खेती में फसलों की सुरक्षा के लिए कपूर बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। आपको बता दें की कपूर में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फ़ंगल गुण होते है जो कीट फंगस, बीमारी और मिलीबग को फसल से कोंसो दूर रखते है। कपूर की गंध से छोटे किट और चीटियां पौधे से दूर रहती है। कपूर के इस्तेमाल से आपको जैविक उत्पादन मिल सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल
कपूर का इस्तेमाल करने से फसल को कीट-फंगस रोग से बड़े ही आसानी से बचा सकते है। इसका इस्तेमाल गरम पानी में घोल बनाकर कर सकते है। इसका घोल तैयार करने के लिए 15 लीटर गरम पानी में 15 से 20 ग्राम कपूर को पानी में मिलाकर उसमे एक पाउच शम्पू का मिला देना है आपका घोल तैयार हो जाएगा। इसको आप अपनी फसलों में किचन गार्डन में इस्तेमाल कर सकते है।