चने की फसल रबी के सीजन की फसलों में से एक है। चने की फसल की बुवाई हर तरफ की जा चुकी है। अब ऐसे में चने की फसल में कई तरह के खरपतवार लग जाते हैं जो की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं। अब ऐसे में आपको बता दे की फसलों में लगने वाले या खरपतवार बहुत ही घातक होते हैं। फसल को बहुत बुरी तरह से प्रभावित करने वाले इन खरपतवारों को दवाइयां के छिड़काव से खत्म किया जा सकता है आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
चने की फसल को नष्ट करने वाले खरपतवार आठ तरह के होते हैं जिनका नाम कुछ इस प्रकार है।
चने की फसल में लगने वाले खरपतवार
चौड़ी पत्ती की मकोय
जंगली चौलाई
लटजीरा
बिच्छू
बथुआ
हिरणखुरी
कृष्ण नील
सत्यानाशी
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यह सब 8 खरपतवार है जो चने की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर देते हैं। इन खरपतवारों से बचाव करने के लिए फसलों को दवाइयां के छिड़काव की जरूरत होती है।
चने की फसल को खरपतवार से कैसे बचाएं
चने की फसल को खरपतवार से बचाने के लिए आपको कुछ दवाइयां का इस्तेमाल करना होगा। जिससे कि आप फसल को इस खरपतवार से बचा सकेंगे। इसके लिए आपको चने की फसल में लगभग 2.2 लीटर फ्लूक्लोटोलिन 45EC की दवाई का छिड़काव प्रति हेक्टर के हिसाब से 800 से 1000 लीटर पानी में मिलाकर अच्छे से खेत में हर तरफ स्प्रे कर देना चाहिए जिसके बाद चने की फसल की बुवाई करें। इस प्रकार आप चने की फसल को खरपतवार से बचा सकते हैं।
खरपतवार से फसल को नुकसान
चने की फसल को इन सभी खरपतवारों से बहुत ज्यादा नुकसान होता है। यह सभी खरपतवार पूरी तरह से चने की फसल को बर्बाद कर सकते हैं। चने की फसल को अगर इन खरपतवारों से नहीं बचाया गया तो उत्पादन पर तो असर पड़ता ही पड़ता है साथ में फसल को भी पूरी तरह से यह खरपतवार बर्बाद कर देते हैं।
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