पान के पौधे को घर में लगाने से कई फायदे होते है क्योकि इसके पत्तों का उपयोग कई तरह से किया जाता है पान के पौधे को घर में एक पत्ते और कटिंग दोनों से उगाना बेहद आसान है तो चलिए पौधे को उगाने और उसकी बेल की ग्रोथ बढ़ाने के तरीके जानते है।
डबल स्पीड से बढ़ेगी पान की बेल
पान एक बेलनुमा पौधा है वास्तु के मुताबिक इसे बहुत शुभ माना जाता है पान के पत्तों का उपयोग न केवल खाने में बहुत होता है बल्कि धार्मिक कार्यों पूजा पाठ में भी इसके पत्तों का खास महत्व होता है पान के पौधे को घर में जरूर उगाना चाहिए जिससे जब चाहें तब पान के ताजे पत्तों को तोड़कर उपयोग में लिया जा सकता है पान के पौधे को कटिंग या सिर्फ एक नोड वाली पत्ती से भी ऊगा सकते है एक पत्ती से उगाने के लिए नोड वाली पान की पत्ती को लेना है और एक गिलास या छोटे कंटेनर में पानी भरकर उसमे आधा चम्मच हल्दी डालकर पत्ती के डंठल पर थोड़ा एलोवेरा जेल लगाकर पत्ती के नीचे वाले हिस्से को पानी में डालकर छोड़ देना है। कुछ हफ्ते में पत्ती में जड़ निकल आएगी जिससे आप गमले या सीधे जमीन पर मिट्टी में लगा सकते है ऐसा करने से पान की बेल तैयार हो जाएगी।

पान के पौधे में डालें 4 रु की ये 2 चीज
पान के पौधे में डालने के लिए कॉफी पाउडर और चूना के बारे में बता रहे है ये दोनों ही चीज एकदम ऑर्गनिक खाद के रूप में काम करती है। कॉफी पाउडर में नाइट्रोजन का उच्च स्रोत होता है जो पान की पत्तियों को रंग को निखारता है जिससे पत्ते हरे-भरे और चमकदार होते है इसके अलावा इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व के गुण भी होते है जो पौधे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। चूना मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है बेल को मजबूत बनाता है साथ ही मिट्टी के pH स्तर को बढ़ाता है जिससे मिट्टी पोषक तत्वों को ग्रहण करने के लिए बेहतर हो जाती है। चूने में कैल्शियम का रिच स्रोत होता है। ये दोनों चीजें बेल की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाती है।
कैसे करें प्रयोग
पान के पौधे में कॉफी पाउडर और चूना का उपयोग करने के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी में 2 रुपए वाली कॉफी को घोलकर पौधे की मिट्टी में डालना है फिर कुछ घंटों बाद एक गिलास पानी में 2 चुटकी चूने को घोलकर मिट्टी में जड़ के पास डालना है और पत्तियों में स्प्रे करना है। ये दोनों चीज पौधे में पोष्टक तत्व की उपलब्धता को बढ़ाते है मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार और पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ने से पान के पौधे की वृद्धि दर में सुधार होता है। इनका उपयोग महीने में एकबार ही करना है।

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