अगर आप नींबू के पौधे में फूल-फल गिरने की समस्या से जूझ रहे हैं या आपके नींबू के पौधे में सालों से फल नहीं लग रहा है तो चलिए जानते हैं ज्यादा फल लेने के लिए मिट्टी में क्या मिलाना है-
नींबू में फूल-फल की समस्या
नींबू सेहत के लिए फायदेमंद है। गर्मियों में नींबू का शरबत बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। गर्मियों में नींबू के डिमांड बढ़ जाती है। कीमत भी आसमान छूने लगती है। इसीलिए ज्यादातर लोग अपने घर में नींबू का पेड़ लगाते हैं। नींबू जमीन पर लगाते हैं तो ज्यादा फल आते हैं। इस समय आप बाजार से ग्राफ्टेड नींबू लाकर लगा सकते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं नींबू की देखभाल कैसे करें। कौन सी चीज मिट्टी में डालने से फल ज्यादा आएंगे।
नींबू की देखभाल
सबसे पहले हम कुछ छोटी-छोटी चीजों की बात कर लेते हैं। जिनका ध्यान न रखने पर भी नींबू के फूल और फल गिर जाते हैं। जिसमें सबसे पहली बात आपको ध्यान रखना है नींबू में लगभग पूरे दिन के धूप लगनी चाहिए। धूप न लगने से फल ज्यादा नहीं आते हैं। इसके बाद पानी का ध्यान रखें। जहां पर नींबू का पौधा लगा है पानी की निकासी बढ़िया होनी चाहिए, पानी रुकना नहीं चाहिए। अगर आपके पौधे में फूल बन पाए हैं तो ऐसे में पानी ज्यादा नहीं देना नहीं देना है नहीं तो फूल गिर जाते हैं। जब मिट्टी सूख जाए तभी आपको दोबारा पानी देना है। इस तरह मिट्टी और पानी का ध्यान रखना।

नींबू के लिए यह 7 खाद
- नींबू के पेड़ से ज्यादा फल लेने के लिए आपको यहां पर 7 चीज मिट्टी में मिलानी है। जिसके लिए सबसे पहले मिट्टी की गुड़ाई कर लीजिए।
- उसके बाद पेड़ के मुख्य तने के पास के जड़ को छोड़कर किनारो से गोल आकार में हल्की मिट्टी निकाल देना है।
- करीब 5 घंटे के लिए मिट्टी को इसी तरह छोड़ देना है। जिससे हवा लग जाए और मिट्टी हल्की सूख जाए।
- उसके बाद आपको सबसे पहले मिट्टी में नीम की खली डालना है। करीब एक पाव आप नीम की खली डाल दीजिए।
- फिर दो चम्मच के करीब सरसों की खली मिला दीजिए चारों तरफ।
- फिर दो बड़े चम्मच सीवीड फर्टिलाइजर जो दानेदार आते हैं वह चारों तरफ मिट्टी में डाल दीजिए।
- इसके बाद दो मुट्ठी के करीब लकड़ी की राख चारों तरफ फैला दीजिए।
- इसके बाद कैल्शियम के लिए चॉक को पीसकर करीब एक पाव डालना है। चॉक जो आप लिखने के लिए, पढ़ने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
- इसके बाद वर्मी कंपोस्ट या गोबर की खाद दोनों में से कोई एक चीज आपको मिट्टी में मिलानी है।
- इसके बाद गेरू वाला पानी देना है। जिसमें 1 लीटर पानी में तीन चम्मच गेरू मिलाना है, और फिर मिट्टी में डाल देना है। इससे आयरन की कमी पूरी होती है। पत्तियां पीली नहीं होती है।
- अंत में आपको मिट्टी वापस से इन सभी खाद को ढक देना है। जो मिट्टी अपने शुरुआत में निकाली थी, इस मिट्टी को ऊपर से ढक कर बराबर कर दीजिए।
- साथ ही आपको इस बात का ध्यान रखना है कि समय-समय पर आसपास के खरपतवार को हटा दें। ताकि पौधे को पोषण मिले और कीट रोग की समस्या ना आये।

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