किसानों में दौड़ी खुशी की लहर, गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 420 रुपए से 3500 रुपए प्रति टन किया गया। गन्ने की खेती करने वाले सभी किसानों के लिए एक खुशी की खबर है। उड़ीसा में उसका कोऑपरेटिव सूगर इंडस्ट्री लिमिटेड की प्रबंध समिति द्वारा इस साल करने का मूल्य लगभग 420 रुपए से बढ़कर की 3500 रुपए प्रति टन किया गया है। ACSIL के प्रबंधक सुशांत सिंह पांडे का कहना है कि इस बार मिल में लगभग 2 किलोमीटर से ज्यादा दूरी के मामले में गाने के परिवहन का खर्च भी वहन करेगी।
गन्ने का मूल्य बढ़ाया गया
इतना ही नहीं उनका कहना है कि गन्ने की खेती के सभी पहलुओं पर सोचने के बाद में प्रबंधन समिति ने प्रशासन के परामर्श से गन्ने की कीमत 420 रुपए से बढ़कर 3500 रुपए प्रति टन तय कर ली है। इससे पूर्व गंजम जिला गन्ना उत्पादक संघ से डिमांड की गई थी कि गन्ने की कीमत 4500 रुपए प्रति टन तय करे। संघ का कहना है कि अगर मिल अधिकारी उनकी डिमांड पर विचार नहीं करते हैं तब ऐसे में गन्ने की आपूर्ति नहीं की जाएगी।
सब्सिडी देने की अपील की गई
संगठन के अध्यक्ष समीर प्रधान का कहना है कि हमारी तरफ से सरकार से गन्ना उत्पादकों को लगभग ₹1000 प्रति टन की अन्य इनपुट सब्सिडी प्रदान करने की अपील की गई है। बता दे की फैक्ट्री से अधिकारियों ने 17 जनवरी को बुआई शुरू करने का फैसला किया और इस साल में लगभग गन्ने की 50000 मीट्रिक टन से ज्यादा गन्ने की बुआई करने का टारगेट रखा गया। उनका कहना है कि इस साल फैक्ट्री में लगभग 49,255 टन गन्ने की बुवाई थी।
उद्योग ने किसानो को लगभग गन्ना खरीदने के लिए 16.37 करोड़ रुपए प्रदान किए गए। जिसको आप बड़ा करके 18 करोड़ रुपए किया जाएगा। उसके साथ कि उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने फैक्ट्री को ज्यादा दिनों तक चलने के लिए गंजम के अलावा पड़ोसी नयागढ़ और खुर्दा जिलों के गन्ने खरीदने का निर्णय लिया।
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