किसानों की खुशी का नहीं रहा ठिकाना, केंद्र सरकार ने कर दिया मन का काम, यहाँ जानिये कौन-सी है खुशखबरी। आज किसानों को सरकार ने दिया बड़ा तोहफा। जानिए क्या है आज किसानों के लिए अच्छी खबर।
किसानों के लिए अच्छी खबर
सरकार किसानों के उत्पादन को और बाजार की मांग को देखते हुए समय-समय पर बड़े फैसले लेती रहती है। जैसे की 2023-24 में केंद्र सरकार ने खरीद और रबी की फसल के कम उत्पादन और अंतरराष्ट्रीय बाजार की अधिक मांग को देखते हुए घरेलू जरूरत के आधार पर ब्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया हुआ था। जिससे ज्यादातर किसान नाराज नजर आ रहे थे।
जैसा कि आपको पता है कि महाराष्ट्र सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य है, और जब प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा तो किसानों में नाराजगी नजर आई। वही अभी कल ही खबर आई थी कि प्याज की कीमत ₹1 प्रति किलो हो गई थी। ऐसे में किसानों को बड़ी खुशखबरी मिली है। जी हां आपको बता दे की सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। चलिए जानते हैं पूरी बात।
प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा
केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है। जिसमें प्याज की निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। इस तरह अब किसान बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, बहरीन, मॉरीशस के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात आदि देश में एक लाख टन ब्याज का निर्यात कर सकते हैं। उन्हें सरकार से परमिशन मिल गई है। इतना ही नहीं सरकार का यह भी कहना है कि किसान अब मध्य पूर्व के साथ-साथ कुछ यूरोपीय देशों के बाजारों में भी 2000 टन जो सफेद प्याज उगाए गए हैं उन्हें निर्यात कर सकते हैं।
यह खबर मिलते ही महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फेन बेहद खुश नजर आए और पीएम का धन्यवाद करने के साथ अपनी खुशी जाहिर की। चलिए जानते हैं इस फैसले के बाद चुनाव में किस तरह किसानों का मन बदलेगा।
चुनाव प्रचार में मिला एक और मुद्दा
केंद्र सरकार ने एक तरह से किसानों के मन का ही काम कर दिया है। क्योंकि प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगने से किस नाराज नजर आ रहे थे। लेकिन इस पर डीपी सीएम देवेंद्र जी का कहना है कि अब इससे किसान खुश हो जाएंगे। इसके अलावा बीजेपी के उम्मीदवार भारती पवार का कहना है कि अब किसान हमसे नाराज नहीं रहेंगे। क्योंकि अभी तक उन्हें आलोचना झेलनी पड़ रही थी। अब ऐसा नहीं होगा और इससे किसानों को राहत मिली है।
वही नासिक के जो बीजेपी के नेता है। उन्होंने भी कहा कि इससे किसानों को लुभाने में सहायता होगी। एक तरह से अब किसान असंतुष्ट नहीं रहेंगे और इससे भाजपा के पक्ष में किसान आएंगे। एक तरह से यह अच्छा चुनावी मुद्दा बन गया है।