इस पौष्टिक सब्जी की खेती बहुत ज्यादा कमाई वाली होती है इसकी खेती से किसान चार साल तक मुनाफा कमा सकते है। तो आइये इसकी खेती के बारे में जानते है।
इस सब्जी की दुनिया भर में है खूब मांग
कुंदरू ये किस्म की मांग दुनिया भर में बहुत ज्यादा मात्रा में होती है क्योकि लोग इसका सेवन करना काफी पसंद करते है इसकी सब्जी बहुत स्वादिष्ट होती है। कुंदरू की इस किस्म के फल लंबे आकार के होते है और एक फल का वजन 25 ग्राम तक हो सकता है। इसकी खेती से बहुत जबरदस्त पैदावार मिलती है और ये कई रोगों के प्रति सहनशील भी होती है। हम बात कर रहे है कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी की खेती की ये कुंदरू की एक उच्च उत्पादन देने वाली लोकप्रिय किस्म है।

कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी
कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी की खेती किसानों के लिए बहुत लाभदायक होती है इसकी खेती के लिए उचित जल धारण क्षमता वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है इसकी बुवाई से पहले खेत की अच्छी जुताई करनी चाहिए और खेत की मिट्टी में खाद डालनी चाहिए। एक एकड़ में इसकी बुवाई के लिए करीब 1 से 2 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसके बीजों को 2 से 3 सेंटीमीटर की गहराई में बोना चाहिए। बुवाई के बाद कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी की फसल करीब 70 से 80 दिनों तैयार हो जाती है।
कितना होगा उत्पादन
कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी की खेती से बहुत जबरदस्त उत्पादन होता है ये बाजार में करीब 40 से 50 रूपए प्रति किलो तक बिकती है कुंदरू की अर्का नीलाचल कुंखी वैरायटी के प्रति पौधे से करीब 18-25 किग्रा तक उपज मिल सकती है एक एकड़ में आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई कर सकते है इसका पौधा एकबार लगाने के बाद करीब 3 से 4 साल तक फल देता है। जिससे मुनाफा भी कई साल तक मिलता है।