आ गया इस फसल की रोपाई का समय, अक्टूबर-नवंबर में करें इसकी खेती होगी छप्परफाड़ पैदावार, मुनाफा इतना की बाकी सब भूल जाएंगे, जाने नाम और काम।
आ गया इस फसल की रोपाई का समय
इस फसल की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है इस फसल की खेती में सबसे अच्छी बात ये है की इसकी पहली कटाई रोपाई के करीब 70-80 दिनों बाद शुरू हो जाती है जिससे आमदनी होना भी शुरू हो जाती है। इसके पत्तों की डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है क्योकि इसके पत्तों का इस्तेमाल कई चीजों को बनाने के लिए किया जाता है। जो बाजार में बहुत बिकते है। आप इसकी खेती से बहुत तगड़ी कमाई कर सकते है इसकी रोपाई का सही समय अक्टूबर-नवंबर होता है। हम बात कर रहे है पुदीना की खेती की इसे मिंट भी कहते है इसकी खेती सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। तो चलिए जानते है पुदीना की खेती कैसे की जाती है।
पुदीना की खेती
अगर आप पुदीना की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। पुदीना की खेती करने के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट या चिकनी मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी की pH मान 6.0 से 7.0 के बीच होनी चाहिए और खेत की तैयारी के समय मिट्टी में 15-20 टन सड़ी-गली खाद मिलाना चाहिए। पुदीने की खेती के लिए खेत में खरपतवार को हटाना चाहिए जिससे पौधों में पोषक तत्व बने रहते है। रोपाई के बाद पौधे 70-80 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं।
कितनी होगी कमाई
अगर आप पुदीना की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि पुदीना बाजार में बहुत ज्यादा डिमांडिंग होता है। पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल कैंडी, जूस, तेल जैसी खाने की कई चीजों में किया जाता है। इसलिए इसकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा अधिक होती है। एक एकड़ में पुदीने की खेती करने से करीब 6-8 टन हरी पत्तियां मिलती है और करीब 200-250 लीटर तेल मिलता है। एक एकड़ में आप इसकी खेती से 2 से 2.5 लाख रूपए का मुनाफा कमा सकते है।