लौकी के पौधे में अक्सर कीट रोग का प्रकोप बहुत ज्यादा होता है जिससे लौकी की पैदावार में गिरवाट होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है लिसके नियंत्रण के उपाय क्या है।
लौकी के पौधे में कीट रोग का आतंक होगा खत्म
अकसर कुछ लोगों को किचन गार्डनिंग का बहुत शौक होता है और अपने घर के बगीचे में तरह-तरह की सब्जियां लगाना पसंद करते है कई बार लौकी के पौधे में कीट रोग बहुत देखने को मिलते है जिनमें से प्रमुख हैं रेड पंपकिन बीटल, फल मक्खी, रस-चूसक कीट, और लीफ माइनर होते है ये कीट पौधे की पत्तियों, फलों और तनों को नुकसान पहुंचाते है जिससे लौकी की उपज और गुणवत्ता दोनों कम हो जाती है आज हम आपको लौकी के पौधे के लिए एक ऐसे घोल के बारे में बता रहे है जिसका छिड़काव पौधे में करने से पौधा स्वस्थ रहता है और उपज बहुत जबरदस्त होती है। तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।

लौकी के पौधे में डालें ये स्पेशल घोल
लौकी के पौधे में डालने के लिए हम आपको नीम के तेल, छाछ, नीम की खली और गोबर के उपले से बने लिक्विड फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है ये फर्टिलाइजर लौकी के पौधे के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होते है। नीम का तेल और नीम की खली पौधे में कीटनाशक का काम करता है क्योकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो पौधे को कीट रोग से मुक्त रखते है छाछ में कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते है जो पौधे में फल और फूल की पैदावार को बढ़ाने का काम करते है गोबर का उपला पौधे में फूल जड़ने और फल में रोग लगने की समस्या को खत्म करता है। इन सभी चीजों से बने फर्टिलाइजर का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है।
कैसे करें उपयोग
लौकी के पौधे में नीम के तेल, छाछ, नीम की खली और गोबर के उपले से बने लिक्विड फर्टिलाइजर का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए 2 लीटर पानी में 2 ml नीम के तेल, आधा गिलास छाछ, एक मुट्ठी नीम की खली और गोबर के उपले को डालकर कुछ देर भिगोकर रखना है फिर इसको अच्छे से मिक्स करके छान लेना है और उसमे एक लीटर पानी ओर मिलाना है इसके बाद लौकी के पौधे की मिट्टी में इस फर्टिलाइजर को डालना है और फूल पत्तियों में इसका स्प्रे करना है। ऐसा करने से पौधे को पोषक तत्व मिलेंगे जिससे पौधे में लौकी की उपज जबरदस्त होगी।