खर्चा कम, जमीन छोटी, लेकिन आमदनी ज्यादा। चलिए आपको सफलता के पीछे किसान का जुगाड़ क्या है बताते है-
किसान के सफलता का राज
खेती से होने वाली आमदनी को बढ़ाने के लिए किसानों के पास आजकल कई तरीके हैं। जिसमें कुछ तरीके पुराने ही है लेकिन उनसे कई किसान अनजान है। जिसमें आपको बता दे की फर्रुखाबाद के रहने वाले किसान मोतीलाल खेती का एक ऐसा तरीका आजमाते हैं जिससे छोटी जमीन से ज्यादा आमदनी होती है। जिसमें कई तरह की फसलें छोटी सी जमीन पर लगाकर अच्छी आमदनी लेते हैं और 5000 लगाकर कम समय में 50 हजार रु कमा लेते है। चलिए आपको बताते हैं वह कैसे खेती करते हैं।
₹40 में बिकने वाली सब्जी से किसान को मुनाफा
किसान भाई विभिन्न फसलों की खेती एक साथ करते हैं, इसी को मिश्रित खेती कहा जाता है। मिश्रित खेती में किसानों को एक फायदा यह भी होता है कि अगर बाजार में किसी एक फसल की कीमत अच्छी नहीं मिल रही है, तो दूसरी फसल से फ़ायदा होता हैं तथा घाटे से बच सकते हैं। जिसमें इस समय भिंडी की कीमत ₹40 किलो तो मिल जा रही है। वह बताते है कि एक बीघा में भिंडी लगाते है तो दो हजार रु का खर्चा आता है। लेकिन इस समय इससे बाजार में अच्छी इनकम हो रही है। इस हिसाब से इसमें उन्हें ज्यादा मुनाफा होता है।
लेकिन इस सीजन में भिंडी अधिक पैदावार देती है, हर दूसरे दिन किसान तुड़ाई कर पाते हैं। भिंडी के अलावा किसान भाई चुकंदर, तुरई जैसी अन्य सब्जियों की खेती करते हैं। जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिल जाती है। खेती में आने वाली लागत को कम करने के लिए वह जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं, तो चलिए आपको उसके बारे में भी बताते हैं।
इस खाद की वजह से मिलता है बंपर उत्पादन
किसान भाई खाद का भी ध्यान रखते हैं। सही खाद का इस्तेमाल करके अच्छी फसल लेते हैं। दरअसल, वह हरी खाद का इस्तेमाल करते हैं, जो की जैविक खाद होती है। जिससे पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है और किसान को अच्छा उत्पादन में मिलता है। जमीन भी उपजाऊ होती है, तथा जैविक खेती करके खेत से जो उत्पादन मिलता है, उसकी कीमत ही अलग मिलती है। क्योंकि उसमें रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं किया जाता। जैविक खाद का इस्तेमाल करने का एक फायदा यह भी खर्चा कम आता है।
मिश्रित खेती में एक ही खेत में कई फसले उगाने के साथ-साथ पशुपालन भी किया जाता है जिससे खाद, कीटनाशक भी घर पर तैयार किया जा सकता है।
इस तरह जिन किसानों के पास पूंजी कम है वह यह तरीके आजमा सकते है। मिश्रित खेती कर सकते है, हरी खाद लगा सकते है।