मध्यप्रदेश में बदल रहा है मौसम का मिजाज, कही बारिश का अनुमान तो कही कमजोर धूप का पूर्वानुमान

मध्यप्रदेश भर में बदल रहा है मौसम का मिजाज, कही बारिश का अनुमान तो कही कमजोर धूप का पूर्वानुमान। आज मध्यप्रदेश में मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और कई जगहों पर हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना बनी हुई है। आइए आज के मौसम के मिजाज के बारे में जानते है।

बादल और बारिश का असर

प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग और उनके आसपास के क्षेत्रों में आंशिक से घने बादल छाए रह सकते हैं। इन इलाकों में दोपहर या शाम के समय गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और कहीं-कहीं तेज हवा चलने के आसार हैं। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में भी आंशिक बादल छाए रह सकते हैं, परंतु बारिश की संभावना कम है।

यह भी पढ़े: मक्के के दामों में कई हफ्तों से जारी है उतार-चढ़ाव, जाने आज कितना चल रहा मक्के का भाव

तापमान में बदलाव

अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक बना हुआ है। भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में दिन का तापमान 35-36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 18-20 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में तापमान थोड़ा कम रह सकता है क्योंकि वहां बादलों की वजह से धूप कमजोर रहेगी।

हवा और मौसम का मिजाज

हवा की गति मध्यम रहेगी, अनुमानित गति 14-18 किमी प्रति घंटा तक रह सकती है। कहीं-कहीं पर तेज हवाएं भी चल सकती हैं, खासकर उन इलाकों में जहां गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। नमी का स्तर सामान्य से थोड़ा अधिक रह सकता है, जो मौसम को थोड़ी देर के लिए उमस भरा बना सकता है।

यह भी पढ़े: दक्षिण एशिया में पाई जाने वाली इस खास सब्जी की खेती से मिलेगा पैसों का अम्बार

आने वाले 48 घंटे का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों के लिए भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम और ग्वालियर सहित प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश और आंधी का पूर्वानुमान जारी किया है। 18-19 मार्च के बीच प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में मौसम में और भी बदलाव हो सकता है, जब ज्यादा प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा।

कृषि और आम जनजीवन पर प्रभाव

हल्की बारिश और हवाओं से किसानों को कुछ राहत मिल सकती है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां रबी फसलों की सिंचाई की आवश्यकता थी। हालांकि गरज-चमक और तेज हवाओं से खड़ी फसलों और फलदार वृक्षों को नुकसान की भी संभावना बनी रहती है। आम नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे तेज हवाओं और गरज-चमक के समय खुले में न निकलें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।

यह भी पढ़े: दक्षिण भारत में पाए जाने वाले इस मूल्यवान पेड़ की खेती किसानो को बनाएगी करोड़ो का मालिक, झमाझम बरसेगा पैसा

नमस्ते, मैं चंचल सौंधिया। मैं 2 साल से खेती-किसानी के विषय में लिख रही हूं। मैं दुनिया भर की खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी आप तक पहुंचाने का काम करती हूं जिससे आपको कुछ लाभ अर्जित हो सके। खेती किसानी की खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

Leave a Comment