मोगरा एक बेहद सुगन्धित फूलों वाला पौधा है इसके फूल दिखने में बहुत सुंदर और खुशबूदार होते है इसके फूलों की उपज को बढ़ाने या बरकरार रखने के लिए आज हम आपको बहुत ही किफायती फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है। तो चलिए जानते है कौन सा फर्टिलाइजर है।
अक्टूबर में भी फूलों से लदा रहेगा मोगरा प्लांट
मोगरा प्लांट जिसे जास्मिन के नाम से भी जाना जाता है। इसे हल्की अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाना चाहिए इस पौधे को धुप बहुत पसंद होती है इसलिए इसे 4–6 घंटे की सीधी धूप में रखना चाहिए इसके पौधे में फूल खत्म होने के बाद पौधे की हल्की छँटाई कर देना चाहिए जिससे पौधे में नई ग्रोथ आती है और ज्यादा कलियाँ बनना शुरू हो जाती है। मोगरा के पौधे को कम से कम 10–12 इंच का गमले में लगाना चाहिए। आज हम आपको मोगरा के पौधे के लिए एक ऐसे फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है जो न सिर्फ फूलों की उपज बढ़ाने के लिए लाभकारी साबित होता है बल्कि कीटों को भी पौधे से कोसों दूर रखता है।

तुरंत डालें पौधे में ये खाद
मोगरा के पौधे में डालने के लिए हम आपको लौंग, लहसुन के छिलके, दालचीनी, और वर्मीकम्पोस्ट के बारे में बता रहे है। ये पौधे के लिए नेचुरल खाद का काम करती है लौंग, लहसुन के छिलके, दालचीनी में प्राकृतिक रूप से कीटनाशक के गुण होते है। लौंग में प्राकृतिक एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते है जो पौधे की सेहत और विकास के लिए फायदेमंद होते है। लौंग मिट्टी और पत्तियों पर लगने वाले फंगस, कीड़े-मकोड़ों और बैक्टीरिया को कम करता है। लहसुन के छिलके पौधे को फूलदार बनाते है ये एक तरह का प्राकृतिक जैविक टॉनिक है। ये पौधे को सही पोषण और सुरक्षा प्रदान करता है जिससे कलियाँ ज्यादा और जल्दी आती है। दालचीनी एक बेहतरीन प्राकृतिक टॉनिक और रोगनाशक मानी जाती है। दालचीनी में मौजूद तत्व पौधे के लिए एक क प्राकृतिक रूटिंग हार्मोन की तरह काम करते है। वर्मीकम्पोस्ट मिट्टी को उपजाऊ बनाती है।
कैसे करें इस्तेमाल
मोगरा के पौधे में लौंग, लहसुन के छिलके, दालचीनी, और वर्मीकम्पोस्ट का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले मिट्टी की गुड़ाई करना है फिर मिट्टी में एक मुट्ठी वर्मीकम्पोस्ट को डालना है इसके बाद एक गिलास पानी में 2 लौंग, 3 से 4 लहसुन के छिलके, छोटा सा दालचीनी के टुकड़े को डालना है और 24 घंटे के लिए पानी को ढक कर छोड़ देना है इसके बाद इस लिक्विड को छानकर एक लीटर साफ़ पानी में मिला लेना है और मोगरा के पौधे में स्प्रे करना है। ऐसा करने से पौधे में ज्यादा संख्या में कलियाँ बनेगी और खूब अधिक फूल खिलेंगे।

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