भारत देश में गेहूं की खेती बहुत बड़े स्तर पर की जाती है। अब ऐसे में किसानों द्वारा गेहूं की बुवाई की जा चुकी है। गेहूं की फसल किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। गेहूं की फसल में किस खूब ज्यादा मेहनत करते हैं ताकि उनको ज्यादा से ज्यादा उत्पादन प्राप्त हो सके और उनको इससे अच्छा मुनाफा मिल सके। लेकिन गेहूं की लहराती फसल में कई तरह के खरपतवार लगने का खतरा रहता है।
अब ऐसे में किसानों की सबसे बड़ी समस्या मंडूसी खरपतवार है जो किसानों की गेहूं की फसल को पूरी तरह से पोषण से खाली कर देती है और ऐसे में किसानों को इससे बचाव के क्या-क्या उपाय करने चाहिए और इसके लक्षण क्या-क्या होते हैं इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं।
गेहूं की फसल के लिए घातक है मंडूसी खरपतवार
मंडूसी खरपतवार गेहूं की फसल के लिए बेहद घातक माना जाता है। यह गेहूं की फसल के लिए गंभीर समस्या के रूप में देखा जाता है ऐसा इसीलिए क्योंकि यह गेहूं की फसल से उसका पूरा पोषण खींच लेता है। इससे गेहूं की फसल की गुणवत्ता में कमी आती है साथ ही फसल को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचता है कि उत्पादन में भी कमी नजर आती है। गेहूं की फसल को यह बहुत बुरी तरह प्रभावित करता है।
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मंडूसी खरपतवार को कैसे पहचाने
मंडूसी खरपतवार की पहचान करना बहुत ही मुश्किल होता है। यह खरपतवार शुरू में तो आपको गेहूं के पौधे की तरह ही नजर आता है। इसको पहचाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। यह खरपतवार गेहूं के पौधे की तुलना में इसका कलर थोड़ा हल्का होता है और इसके साथ ही इसके जड़ों के पास तने का कलर लाल रंग का होता है। इसके पत्ते और तने में से लाल रंग का पदार्थ निकलता दिखाई देता है। इस प्रकार आप इस खरपतवार की पहचान कर सकते हैं।
मंडूसी खरपतवार से बचाव
मंडूसी खरपतवार से गेहूं के फसल में नियंत्रण करने के कई सारे उपाय होते हैं जिनको आजमा कर आप गेहूं की फसल को इस खरपतवार से बचा सकते हैं। आपको बता दे कि वैसे तो किसानों को गेहूं की बुवाई करने से पहले ही स्टाम्प 30 ई.सी. खरपतवार्नशी का इस्तेमाल कर लेना चाहिए। जिससे कि यह खरपतवार फसल में नहीं दिखाई देता है। लेकिन अगर इसके बाद भी आपको इस खरपतवार के पौधे में दो से तीन पत्तियां नजर आती है तब आपको ऐसे में कुछ दवाइयां का इस्तेमाल करना होता है।
मंडूसी खरपतवार के लिए इनमे से एक दवाई का रे इस्तेमाल
- लीडर 33.3 ग्राम को 250 से 300 लीटर पानी में अच्छे से मिला करके हेक्टेयर के हिसाब से स्प्रे कर देना चाहिए।
- सेन्कोर 70 डब्लू.पी. 250 ग्राम को 500 लीटर पानी में अच्छे से मिला करके हेक्टेयर के हिसाब से स्प्रे कर देना चाहिए।
- टॉपिक 15 डब्लू. पी. 400 ग्राम को लगभग 250 से 300 लीटर पानी में मिला करके हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव कर देना चाहिए इससे फसल में खरपतवार का खतरा कम हो जाएगा।
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Note: यह जानकारी इंटरनेट के आधार पर प्राप्त की गई है किसी प्रकार की दवाइयां का इस्तेमाल करने से पहले आपको विशेषज्ञों से सलाह जरूर लेना चाहिए।