मूंग की खेती करने वाले किसानों को इस समय बहुत बड़े दुख का सामना करना पड़ा है, सरकार खरीदी नहीं कर रही है तो चलिए जानते हैं बाजार भाव और केंद्र सरकार की MSP-
मूंग की खरीदी नहीं कर रही सरकार
मूंग सेहत के लिए फायदेमंद दाल है इसकी खेती में किसानों की अच्छी आमदनी भी होती रही है। जिसमें मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर मूंग की खेती की जाती है आपको बता दे कि बीते वर्ष 11.59 लाख हेक्टेयर में मूंग की खेती की गई थी और इस साल रकबा और ज्यादा बढ़ गया है। उसे बताया जा रहा है कि 21 लाख टन लगभग उत्पादन देखने को मिल सकता है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार मूंग की खरीदी नहीं कर रही है जिससे किसानों के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट रहा है तो चलिए आपको बताते हैं इसका कारण क्या है।
मूंग की खरीदी न होने का कारण
बाजार में मूंग की खरीदी हो रही है। लेकिन सरकार मूंग की खरीदी नहीं कर रही है। इसका एक कारण बताया जा रहा है इसमें धीमा जहर मिला हुआ है, मूंग की फसल मानते हैं कि लगभग 75 दिन में तैयार होती है। मगर MP के कुछ किसान 60 दिन में इस पका ले रहे हैं जिसके लिए रासायनिक दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं और फसल समय से पहले तैयार कर रहे है। जिससे यह सेहत के लिए फायदेमंद नहीं रह गया है। सरकार इसकी खरीदी नहीं कर रही है।

बताया जाता है कि इस मूंग से कैंसर बीमारी हो सकती है। इसलिए इसकी खरीदी नहीं की जा रही है तो यहां पर देख सकते हैं किसानों का एक कदम उन पर भारी पड़ गया है। 15 दिन पहले फसल तैयार करने के चक्कर में MSP से हाथ धो रहे किसान।
केंद्र सरकार ने कितना रखा था न्यूनतम समर्थन मूल्य
मूंग की खेती करने वाले किसानों को सरकार से बड़ी उम्मीद थी। केंद्र सरकार ने इस सीजन में मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपए क्विंटल रखा था। जिसमें इस समय बाजार में देखे तो 6000 से ₹7000 क्विंटल मूंग बिक रहा है। इस तरह आप देख सकते हैं किसानों को कम दाम मिल रहा है और अगर इसी तरह सरकार खरीदी नहीं करती है तो मूंग के भाव बढ़ने के आसार कम हो जाते हैं। जिससे किसानों को फायदा नहीं नुकसान होता है।