सर्दियों के मौसम में पान के पौधे को देखभाल के साथ पौष्टिक खाद की भी बहुत जरूरत होती है इस मौसम शीतलहर के चलते पौधे में पाले का प्रभाव पड़ता है जिससे पौधा मुरझाने सूखने लगता है तो चलिए जानते है पान के पौधे को पाले से बचाने के लिए कौन सी खाद देनी चाहिए।
जनवरी में पान के पौधे की ऐसे करें देखरेख
Gardening tips-जनवरी के महीने में मकर संक्रांति के पर्व पर शीतलहर खूब चलती है जिससे ठंड खूब बढ़ जाती है ठंड बढ़ने से पौधों में भी पाले का प्रभाव भी पड़ता है जिससे पान का पौधा कमजोर हो जाता है। सर्दियों में पान के पौधे को ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं होती है मिट्टी में नमी बनी रहे बस उतना ही पानी पौधे को देना चाहिए। इस मौसम में पान के पौधे को धूप में रखना चाहिए धूप से पौधे को विटामिन D मिलता है। आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे है जो पान के पौधे के लिए बहुत फायदेमंद होती है तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।

पान के पौधे में डालें ये खाद
हम आपको पान के पौधे में डालने के लिए गोबर की खाद और नीम की खली के बारे में बता रहे है। गोबर की खाद और नीम की खली पान के पौधे के लिए बहुत लाभकारी होती है। गोबर की खाद में कई तत्वों के गुण होते है जो पौधे की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाने का काम करते है। नीम की खली में नाइट्रोजन, फ़ॉस्फ़ोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम और सल्फ़र जैसे कई पोषक तत्व होते है जो पौधे को भरपूर पोषण देते है और पान के पत्तों के साइज़ को बड़ा और चमकदार करते है। गोबर की खाद और नीम की खली का इस्तेमाल पान के पौधे में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
पान के पौधे में गोबर की खाद और नीम की खली का उपयोग बहुत उपयोगी और गुणकारी साबित होता है। इनका उपयोग करने के लिए पहले पान के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करनी है फिर मिट्टी में गोबर की खाद और नीम की खली को अच्छे से मिलाकर पौधे में डालना है उसके बाद पानी की हल्की सिंचाई करनी है और पौधे को धूप वाली जगह पर रखना है ऐसा करने से पौधे को जरुरी पोषक तत्व मिलेंगे जिससे पान की बेल अनगिनत पत्तियों से लद जाएगी।