गन्ना, गुड़ बनाने के लिए अच्छा है या नहीं यह मशीन के द्वारा जान सकते हैं तो चलिए बताते हैं गुड़ बनाने के प्रक्रिया में कैसे मशीन मदद करती हैं-
गन्ना किसानों के लिए मशीन
गन्ना की खेती कई किसान गुड़ यानि कि जैगरी और चीनी बनाने के लिए करते हैं। जिसमें गुड़ बनाने के लिए ऐसे गन्नो की जरूरत होती है जिसमें कई तरह के पोषक तत्व हो, जिसके लिए किसान मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। मशीन द्वारा पता कर सकते हैं कि वह गन्ना गुड़ बनाने के लिए सही है या नहीं। क्योंकि गुड़ सिर्फ स्वाद के लिए नहीं खाया जाता है बल्कि वह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। उसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं।
गर्मियों में गुड़ का इस्तेमाल लोग पानी पीने के लिए खूब करते है। गाँव में तो आज भी कुछ जगहों में गुड़ के साथ मेहमानो को दिया जाता है। गुड़ पाचन के लिए बेहतर होता है। शरीर में कैल्शियम, आयरन, विटामिन के साथ-साथ मिनरल्स की पूर्ति करने के लिए लोग गुड़ का सेवन करते हैं। जिसके लिए यह जरूरी है कि गन्ना अच्छा हो। लेकिन यह हमेशा गन्ने को देखकर नहीं पता लगाया जा सकता तो चाहिए जानते हैं कि मशीन से गन्ना चेक कर सकते हैं।

गन्ना चेक करने के लिए मशीन
गन्ना की गुणवत्ता चेक करने के लिए किसान मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। खेती-किसानी के काम को आसान और सही बनाने के लिए कई तरह के कृषि यंत्र आ चुके हैं। जिसमें गन्ना की क्वालिटी चेक करने के लिए भी मशीन है, कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि ₹1200 तक की एक ब्रिक्स मीटर मशीन खरीद सकते हैं। इसमें गन्ने के रस को डाला जाता है। कुछ बूंद की मात्रा डालकर ही पता लगा सकते हैं कि वह गुड़ बनाने के लिए अच्छा है या नहीं। जैसे ही रस डालेंगे मीटर में आसमानी के साथ सफेद रंग दिखता है। इसके अलावा रस का वैल्यू 20 से अधिक जाता है तो वह गुड़ बनाने के लिए अच्छा गन्ना माना जाता है।
साथ ही किसान भाइयों को रस का पीएच वैल्यू भी चेक करना चाहिए तो चलिए जानते हैं गुड़ बनाते समय कैसे मशीनों का इस्तेमाल करना है।
गुड़ बनाने से पहले रस का तापमान चेक करें
गुड़ बनाते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना है जिससे गुड़ बढ़िया बनेगा। जैसे की खेत से गन्ना काटने के बाद किसानों को एक दिन के अंदर-अंदर उसका रस निकाल लेना चाहिए। इसके बाद रस के सुक्रोज को ग्लूकोस या फ्लक्टोज में बदलने से रोकना है। जिसके लिए किसान भाई फिटकरी डाल सकते हैं। मीटर से पीएच जांच सकते हैं। रस का पीएच वैल्यू 6.4 से 6.8 के बीच हो तो बेहतर माना जाता है।
साथ ही गुड़ को पकाते समय भी चेक करना चाहिए अगर रस का तापमान 114 डिग्री से अधिक है तो वह रस गुड़ बनाने के लिए बिल्कुल तरीके से तैयार हो चुका है। अगर किसान चीनी बनाते हैं तो रस का तापमान 121 डिग्री हो तब उससे बढ़िया चीनी बनती है। इस तरह कुछ बातों का ध्यान रखकर मशीनों की मदद लेकर अच्छी गुणवत्ता वाला गुड़ और चीनी तैयार कर सकते हैं। जिससे किसानों को अधिक कीमत मिलेगी, आमदनी में वृद्धि होगी।