किसानों को इस खेती के लिए 29 हजार रु दे रही सरकार, तारबंदी, बोरिंग और ड्रिप के लिए अलग से मिलेंगे लाखों रु, 2 लाख 70 हजार रु है कमाई

किसानों को सरकार पौधा लगाने तथा उसकी देखरेख करने के लिए सब्सिडी दे रही है, जिससे किसान प्रति हेक्टेयर 2 लाख 70 हजार रु की आमदनी कम खर्चे में ले सकते हैं-

इस खेती के लिए सरकार किसानों को दे रही लाखों रु

किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए सरकार की तरफ से विभिन्न प्रकार की सब्सिडी से जुड़ी योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें आज जिस योजना की बात की जा रही है उसके अंतर्गत किसानों को कई फायदे मिल रहे हैं जैसे की पौधा लगाने, उसकी सिंचाई करने, उसकी सुरक्षा करने सभी के लिए किसानों को अनुदान मिल रहा है, और उस खेती में लाखों की आमदनी भी होगी।

दरअसल, देश में खाद्य तेल उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा तिलहन फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके लिए भारत सरकार द्वारा नेशनल मिशन ऑन एडिबल, ऑयल पॉम योजना चलाई जा रही है, तो चलिए आपको बताते हैं यह योजना किस तरीके से काम कर रही है।

ऑयल पॉम की खेती के लिए अनुदान

केंद्र सरकार की इस योजना के जैसे छत्तीसगढ़ राज्य सरकार शानदार योजना चल रही है। जिसमें ऑयल पॉम की खेती के लिए अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही साथ ड्रिप, सिंचाई, तारबंदी, बोरवेल और अंतर्वत्ति फसलों के लिए भी किसानों को अनुदान मिल रहा है। जिससे खेती बेहद कम खर्चीली हो जाएगी और किसान इस योजना की तरफ आकर्षित होंगे।

इस योजना के तहत ऑयल पॉम की खेती अगर किसान करेंगे तो एक हेक्टेयर के लिए उन्हें ₹29000 दिए जाते हैं। जिससे वह लगभग 143 पौधे खेत में लगा पाएंगे। जिसमें शुरुआत के 4 साल तक पौधा की देखभाल करने के लिए सरकार की तरफ से 5250 मिलते हैं। इतना ही नहीं अतिरिक्त अधिकतम 2625 रुपए सहायता राशि टॉप अप के रूप में राज्य सरकार द्वारा प्रति हेक्टेयर दी जाती है। जिससे किसानों की भारी आर्थिक मदद होती है।

ऑयल पॉम की खेती लंबी अधिक की होने के कारण इसके बीच में किसान अंतरवृत्ति फसलों की खेती कर सकते हैं। जिसके लिए सरकार की तरफ से 25000 रुपए प्रति हेक्टेयर अनुदान मिल रहा है।

तारबंदी, बोरवेल और सिंचाई के लिए अनुदान

किसान अगर ऑयल पॉम की खेती करते हैं तो उन्हें कृषि यंत्रों पर भी सब्सिडी का लाभ दिया जाता है। जिससे वह आधुनिक खेती कर सके। यहां पर तारबंदी के लिए उन्हें सीमेंट के पोल और चैनलिंक लगाने के लिए एक हेक्टेयर के अनुसार 1 लाख 8 हजार 970 रुपए दिए जाते हैं।

इसके अलावा ड्रिप सिंचाई के लिए 14,130 रुपए और अतिरिक्त टॉप अप के रूप में 6,636 अनुदान की राशि किसानों को दी जाती है। यहां पर किसान दो हेक्टेयर के लिए पंप सेट की स्थापना कर सकते हैं। जिसके लिए 27,000 रुपए या अतिरिक्त राशि लगभग 16,500 किसानों को मिलते हैं। जिससे बेहतरीन खेती कर पाते हैं, और खर्चा बेहद कम आता है।

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ऑयल पॉम की खेती में कमाई

ऑयल पॉम की खेती से किसान अच्छी खासी आमदनी कमा सकते हैं। एक हेक्टेयर से लगभग ₹70000 से लेकर 270000 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। क्योंकि 1 एकड़ से 10 से 12 टन तक उत्पादन मिल जाता है, और प्रति टन की कीमत की बात करें तो 18,351 है तो इस हिसाब से आप अनुमान लगा सकते हैं। लेकिन किसानों को संयम रखना होगा। इंटरक्रॉपिंग कर सकते हैं। जिससे शुरुआत में कम अवधि की फसलों से कमाई होती रहेगी।

ऑयल पॉम की खेती में लागत

ऑयल पॉम की खेती मुनाफे वाली है, और सरकार से मिलने वाली मदद से लागत कम हो जाती है लेकिन सामान्य तौर पर बात करें तो अगर किसान एक हेक्टेयर में ऑयल पॉम की खेती करते हैं तो जमीन तैयार करने में, पौधे की रोपाई करने में, और सिंचाई में, 4 साल के भीतर लगभग 25000 से लेकर 30000 का खर्च आता है। लेकिन कमाई कई गुना ज्यादा होती है।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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