मक्का की खेती से किसान मुनाफे में हैं, आइए आपको सरकार से मिलने वाली सब्सिडी और इसकी मांग के बारे में बताते हैं-
मक्का की खेती
भारत के कई राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि में मक्का की खेती की जाती है। मक्का की मांग बहुत अधिक है, जिससे किसानों को अच्छी आय होती है और इसकी खेती का तरीका भी आसान है।
मक्का की मांग बहुत अधिक है
मक्का की खेती से किसानों को जो आय होती है, उसका एक कारण यह भी है कि समय के साथ मक्का की मांग बढ़ती जा रही है। मक्का का उपयोग खाद्य पदार्थों में किया जाता है या फिर पशुओं के चारे के लिए भी मक्का का उपयोग किया जाता है और जैव ईंधन उद्योग में भी मक्का की मांग बढ़ी है। इस तरह औद्योगिक उत्पादन के कारण बड़े पैमाने पर मक्का की खेती करने वाले किसानों को अच्छी आय होती है।

मक्के की खेती में आमदनी
मक्के की खेती करने वाले किसान प्रति एकड़ लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं, जिसमें आपको बता दें कि एक प्रगतिशील किसान हैं, उनका नाम गौरव बिश्नोई है और वे औरैया के रहने वाले हैं, वे 1 हेक्टेयर में मक्के की खेती करते हैं, जिससे उन्हें 2.5 लाख की आमदनी होती है, उन्हें 100 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है, इसके अलावा कुछ ऐसे भी हैं जो एक एकड़ में 35 से 40 क्विंटल उत्पादन लेकर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं।
मक्के की खेती पर सब्सिडी
मक्के की खेती करने वाले किसानों को कई तरह से सब्सिडी मिल रही है, त्वरित विकास योजना के तहत किसानों को शंकर बीज पर 150 रुपए की सब्सिडी मिल रही है। यह रकम प्रति किलो के हिसाब से दी जा रही है। इसके अलावा बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न, पॉपकॉर्न और शंकर बीज के प्रदर्शन पर किसानों को प्रति एकड़ 2400 से 20000 रुपए तक की सब्सिडी मिल रही है। इस तरह सरकार भी मक्के की खेती में किसानों की मदद कर रही है।