खरीफ फसल की खेती के लिए किसानों को अब बीज की आधी कीमत ही चुकानी पड़ेगी। तो आइए जानते हैं किन किसानों को मिल रहा फायदा।
खरीफ फसल की खेती के लिए बीज
रबी की फसल के बाद अब किसान खरीफ की फसल की खेती करने लगेंगे, जिसमें अगर किसान खरीफ की फसलों में से उन्नत किस्म के बीजों का चयन करेंगे तो उत्पादन भी अच्छा होगा और सरकार की तरफ से इन बीजों पर 50% सब्सिडी जारी की जा रही है, जिससे खेती की लागत कम होगी और किसानों को अच्छा उत्पादन भी मिलेगा। खरीफ सीजन में किसान मुख्य रूप से अरहर, मूंग, उड़द और ढैंचा जैसी फसलों की खेती करते हैं, जिसमें सरकार ने किसानों को बीजों पर सब्सिडी देने की विशेष सुविधा शुरू की है।
यहां किसानों को बीज खरीदते समय ही सब्सिडी मिल जाएगी, यानी अब सब्सिडी के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं है, किसान जब बीज खरीदेंगे तो उन्हें आधी कीमत चुकानी होगी, तो आइए जानते हैं बीजों के नाम और उन पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में।

बीजों पर सब्सिडी
धान, अरहर समेत 5 फसलों के बीज आधी कीमत पर मिल रहे है। जिसमें सबसे पहले बात करते हैं धान की, तो मोटे धान, महीन धान और बासमती धान की अलग-अलग किस्में हैं और इन पर 50% सब्सिडी दी जा रही है, जिसमें मान लीजिए बासमती धान की कीमत 61.38 है तो किसान इसे मात्र 30.69 रुपए देने होंगे, इसके अलावा अगर उड़द के बीज 145.20 हैं तो किसान को मात्र 72.60 यहां देने होंगे।
इसके अलावा मूंग, अरहर और ढैंचा के बीजों पर भी 50% सब्सिडी दी जा रही है, जिसमें अरहर की कीमत 171 रुपए है तो किसान को मात्र ₹85 देने होंगे, अगर मूंग के बीज 116 रुपए हैं तो किसान को मात्र 58 रुपए देने होंगे, यह कीमत प्रति किलो के हिसाब से बताई गई है।
कैसे मिलेगा योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा पंजीकृत किसानों को खरीफ फसलों के बीजों पर 50% सब्सिडी दी जा रही है, जिसका लाभ उठाने के लिए सबसे पहले उत्तर प्रदेश के किसानों को https://agriculture.up.gov.in/ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। उसके बाद किसानों को सब्सिडी पर बीज मिलेगा। आवेदन करने के लिए किसान भाई के पास आधार कार्ड, किसान पंजीकरण संख्या होनी चाहिए। अगर पहले रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो रजिस्ट्रेशन करते समय किसान पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जाएगी।