इस लेख में आपको महंगी बिकने वाली रंगीन सब्जी की खेती की जानकारी दी गई है, साथ ही उसके पौधे खरीदने पर सरकार की तरफ से 50% सब्सिडी के बारे में भी जानेंगे-
रंग-बिरंगी सब्जी की खेती
जिस रंग बिरंगी सब्जी की खेती की हम बात कर रहे हैं वह मार्केट में अच्छी कीमतों पर बिकती है, बड़े बाजारों में ₹250 से लेकर ₹300 किलो में जाती है, और औसतन छोटी मंडियों में भी 100 से ₹120 किलो बिक जाती है। दरअसल, हम रंग बिरंगी शिमला मिर्च की खेती की बात कर रहे हैं। जिस पर राज्य सरकार की तरफ से 50% अनुदान दिया जा रहा है। यह अनुदान पौधा खरीदते समय प्राप्त कर सकते हैं। जिससे पौधा की कीमत आधी पड़ेगी। चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं।
कैसे होती है खेती
सबसे पहले हम खेती का तरीका जान लेते हैं तो रंगीन शिमला मिर्च की खेती किसान पॉलीहाउस में करते हैं। पॉलीहाउस पर भी सब्सिडी प्राप्त है। जिससे लागत कम आएगी, गुणवत्ता वाली सब्जी मिलती है, और शिमला मिर्च की कीमत भी अधिक मिलती है। मौसम का भी असर नहीं होता, कीट रोग से भी फसल बची रहती है, जिसमें पहले पौधों को तैयार किया जाता है, उसके बाद अगस्त के समय पॉली हाउस में ट्रांसप्लांट करते हैं। यानी की किसान अभी भी इसकी खेती का मन बना सकते हैं, नेट हाउस में भी खेती कर सकते हैं।

एक एकड़ में करेंगे तो 10000 पौधों की जरूरत पड़ती है। जिसमें किसान एक साथ दो रंगों की खेती कर सकते हैं। आपको बता दे की शिमला मिर्च लाल, पीली के साथ-साथ बैंगनी और नारंगी रंग में भी मिलती है, हरी शिमला मिर्च तो एक मुख्य तौर पर किसान लगाते ही हैं। शिमला मिर्च की खेती में सिंचाई और उचित जलवायु नियंत्रण का ध्यान रखे।
सब्सिडी किस राज्य में मिल रही
आजकल अधिकतर राज्य में शिमला मिर्च की खेती पर सब्सिडी दी जा रही है। बागवानी से जुड़ी योजनाओं के तहत इसका लाभ ले सकते हैं। पॉलीहाउस के साथ शिमला मिर्च की खेती पर भी सब्सिडी मिलती है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं हरियाणा राज्य सरकार की, जिसमें करनाल के उद्यान विभाग द्वारा इंडो इजराइल परियोजना के तहत स्थापित सब्जी उत्कृष्ट केंद्र में किसानों को इस खेती के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। हरियाणा में सब्सिडी मिल रही है। जिसमें जब पौधे लगाते हैं तो पौधों की खरीदी करते समय 50% अनुदान प्राप्त कर सकते हैं।
बड़े महानगरों में शिमला मिर्च की अच्छी कीमत मिलती है। लेकिन आजकल छोटे शहरों में भी डिमांड बढ़ रही है, शादी विवाह के सीजन में अच्छी कमाई होती है।