नारियल की मांग बहुत ज्यादा, नारियल की खेती में किसानों को मिलेगा मुनाफा, सरकार किसानों को 75% अनुदान पर पौधे भी दे रही, चलिए जानें पूरी खबर-
नारियल की खेती में कमाई
नारियल का इस्तेमाल पूजा-पाठ में खूब होता है, नारियल की मांग हर दिन बड़ी संख्या में होती है, नारियल के फल के अलावा इसके पत्ते भी खूब डिमांड में रहते हैं, जिनसे झाड़ू, खप्पड़, लकड़ी, फर्नीचर तक बनाई जाती है। नारियल से तेल भी बनाया जाता है, ऐसे में इसकी खेती में कितना मुनाफा होगा, इसका अंदाजा लगा सकता है। नारियल के छिलके से बना कोकोपीट भी खूब डिमांड में है।
1 हेक्टेयर में नारियल की खेती
अगर किसान एक हेक्टेयर जमीन में नारियल की खेती करते हैं, तो उन्हें करीब 170 पौधों की जरूरत होती है, जिसमें किसान सरकार से सब्सिडी पर 5 से 700 पौधे तक ले सकते हैं। यह सब्सिडी योजना बिहार के किसानों के लिए है। नारियल की खेती उन इलाकों में की जा सकती है, जहां तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।

नमी की बात करें तो नारियल की फसल को 60% से अधिक नमी की जरूरत होती है। बारिश की बात करें तो 200 सेमी से अधिक की बेहतर वितरित वर्षा इसके लिए अच्छी मानी जाती है।
नारियल के पौधों पर सब्सिडी
नारियल की खेती किसानों के लिए लाभदायक है, इसीलिए बिहार में नारियल की खेती के लिए सब्सिडी दी जा रही है, जिसमें आपको बता दें कि नारियल के पौधे वितरण योजना चलाई जा रही है, इस योजना में नालंदा भी शामिल है। किसानों को 75% सब्सिडी पर नारियल के पौधे दिए जा रहे हैं, जिसमें किसानों को एक पौधा 21.25 रुपये में मिलेगा। दरअसल, यहां 1600 पौधे बांटने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें एक पौधे की कीमत ₹85 है और 75% सब्सिडी के बाद किसानों को एक पौधा 21.25 रुपये में मिलेगा।
किसान horticulture.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए जमीन की रसीद, पहचान पत्र, रजिस्ट्रेशन नंबर आदि होना चाहिए। आवेदन के लिए पोर्टल खुला है, अभी आवेदन करके कम लागत में नारियल की खेती कर सकते हैं।