Subsidy for farmers: किसान पक्के जमीन में रखेंगे अनाज, 50 हजार रु दे रही सरकार, जानिए पक्का थ्रेसिंग फ्लोर पर कैसे मिलेगी सब्सिडी

On: Sunday, July 20, 2025 5:00 PM
किसान पक्के जमीन में रखेंगे अनाज

किसानों को पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने के लिए सरकार ₹50000 अनुदान दे रही है, तो चलिए जानते हैं लागत कितनी आएगी और योजना क्या है-

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर के फायदे

खेत में बीजों की बुवाई से लेकर फसल कटाई के बाद भूसा और डंठल से अनाज को अलग करने तक किसान मेहनत करते हैं। जिसमें अगर फसल से अनाज अलग करने के लिए पक्की जमीन नहीं होती है तो किसान को नुकसान भी हो सकता है। जमीन मिट्टी वाली होने की वजह से अनाज मिट्टी में मिल जाता है। जिससे उसकी गुणवत्ता भी खराब हो सकती है। फिर साफ-सफाई में अधिक समय लगेगा।

वही अगर पक्का थ्रेसिंग फ्लोर होगा तो फिर अनाज की गुणवत्ता बेहतर होगी, वह साफ-सुथरा निकलेगा। बरसात में जल्दी फर्श सूख भी जाएगा। अगर मिट्टी की जमीन रहती है तो बरसात में जल्दी सूखता भी नहीं है, तो चलिए जानते हैं पक्का थ्रेसिंग फ्लोर पर अनुदान कैसे मिल रहा है।

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर योजना 2025-26

किसान कम खर्चे में पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बना सके इसके लिए बिहार राज्य सरकार उनकी आर्थिक मदद कर रही है। जिसमें पक्का थ्रेसिंग फ्लोर योजना 2025-26 चलाई जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि पक्का फ्लोर बनाने में 1,26,200 रूपए की अनुमानित लागत आती है, तो किसानों को 50% अनुदान यानी की अधिकतम ₹50000 मिलेगा। यह योजना कृषि विभाग बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही है, तो चलिए जानते हैं लाभ कैसे मिलेगा।

यह भी पढ़े-किसानों के ऊपर हुई पैसों की बारिश, धान के किसानों को 15 हजार रु प्रति एकड़ दे रही सरकार, अन्य फसलों पर 10 हजार रु, जानिए योजना

लाभ लेने के लिए यहां करें संपर्क

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर किसानों की बहुत बड़ी जरूरत है। इससे कई काम आसान और सही तरीके से हो जाएंगे। इसे बनवाने की लागत कम करने के लिए किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं। जिससे सब्सिडी मिल जाएगी। लाभ लेने के लिए किसानों को अपने जिले के कृषि कार्यालय में संपर्क करना चाहिए या फिर कृषि विभाग के अधिकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन भी कर सकते हैं। कृषि विभाग कार्यालय में इस योजना से जुड़ी जानकारी विस्तार से ले सकते हैं।

यह भी पढ़े- धान की रोपाई होते ही किसानों को मिली बड़ी खुशखबरी, MSP में हुआ इज़ाफा, जानिए कितना बढ़ा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य

Leave a Comment