इस लेख में सुपरफूड की खेती के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के बारे में जानेंगे, जिसमें पानी में खेती के लिए 72000 तक की सब्सिडी मिलती है-
सुपरफूड की खेती में लाभ
सुपरफूड स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, इसलिए ये बाजार में अच्छे दामों पर बिकते हैं, जिसमें मखाना भी एक ऐसा सुपरफूड है जिसकी मांग बहुत है, जिसमें प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, फाइबर जैसे कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। कई तरह की बीमारियों को नियंत्रित करते हैं। किसानों को मखाना का अच्छा दाम मिलता है, इसीलिए राज्य सरकार किसानों को सब्सिडी दे रही है।
मखाना की खेती के लिए सब्सिडी
बिहार राज्य सरकार द्वारा मखाना की खेती के लिए सब्सिडी दी जा रही है, जिसमें योजना का नाम मखाना विकास योजना है, इस योजना के तहत किसानों को 75 प्रतिशत की सब्सिडी भी मिलती है, जिसमें अगर एक हेक्टेयर में कुल लागत 97000 रुपये आती है, तो किसानों को 72750 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से सब्सिडी दी जाएगी।

यहां किसानों को सिर्फ 2450 रुपये खर्च करने पड़ते थे. यह योजना किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है. आपको बता दें कि बिहार में मखाना की खेती पहले से ज्यादा बढ़ने लगी है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 5000 एकड़ में मखाना की खेती की गई थी.
कैसे मिलेगा योजना का लाभ
बिहार राज्य सरकार की इस लाभकारी योजना का लाभ लेने के लिए किसान horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. यह बिहार बागवानी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट है. यहां मखाना की खेती के लिए सब्सिडी मिलेगी. बिहार में मखाना की खेती ज्यादातर मार्च से मई के बीच की जाती है. नवंबर से दिसंबर तक मखाना की नर्सरी तैयार की जाती है. कुछ बीज जनवरी से फरवरी के बीच तैयार किए जाते हैं. फसल लगभग 5 महीने में तैयार हो जाती है.