स्वदेशी गाय पालन करके दूध उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है। देसी गाय का दूध सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इस व्यवसाय से कई तरह से आमदनी होती है। आइए जानते हैं अनुदान के बारे में।
स्वदेशी गाय पालन के फायदे
स्वदेशी गाय पालन के कई फायदे हैं। गाय का दूध अच्छी कीमतों पर बिकता है। गाय के दूध के अलावा दही, घी जैसे कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा, गाय का गोबर और गोमूत्र भी बेचकर अच्छी आमदनी की जा सकती है. सरकार का भी उद्देश्य दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करना है। इसी लिए स्वदेशी गाय पालन के लिए सरकार प्रोत्साहन दे रही है और दुग्ध मिशन योजना के तहत उन्हें अनुदान दे रही है।
स्वदेशी गाय पालन के लिए अनुदान
स्वदेशी गाय पालन के लिए अनुदान दिया जा रहा है, जिससे गाय का पालन करने में आने वाली लागत घट जाएगी। ₹10,000 से ₹15,000 तक का अनुदान पशुपालकों को डीबीटी के द्वारा दिया जा रहा है।

यहां पर बात की जा रही है मुख्यमंत्री स्वदेशी संवर्धन योजना और मिनी नंदिनी योजना की, जिसके अंतर्गत किसानों और पशुपालकों को गाय पालन के लिए अनुदान मिल रहा है। यहां स्वदेशी गाय पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत साहिवाल, हरियाणा, गंगातीरी, धरवालपालकर, गिर आदि नस्लों की गायों का पालन किया जा सकता है। इनमें गायें 8 लीटर से ज्यादा दूध देती हैं।
शर्त यह है कि पशु का बीमा हो और आवेदन करते समय आधार कार्ड, बैंक खाता जैसे जरूरी दस्तावेज साथ रखें। चलिए जानते हैं आवेदन कैसे करना है।
कहां से करें आवेदन
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक दुग्ध मिशन की आधिकारिक वेबसाइट या नंद बाबा दुग्ध मिशन पोर्टल पर जाकर आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। मांगी गई जानकारी को सही-सही भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन पत्र और सभी दस्तावेज अपने पास के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में भी जमा किए जा सकते हैं। आवेदन जमा करने के पश्चात आपको रसीद मिलेगी, जिसे सुरक्षित रखें। इस तरह कम खर्चे में स्वदेशी गाय पालन की शुरुआत करने का एक अच्छा मौका मिल रहा है।

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