इस लेख में आपको भूसा बनाने की मशीन की जानकारी देने जा रहे हैं जिससे पराली से किसानों को पैसे भी मिल जाएंगे और पशुओं को सूखा चारा-
भूसा से कमाई
गेहूं की कटाई के बाद गेहूं के खेत में फसल की डंठल यानी कि पराली पड़ी हुई है, उस पराली से किसान कई तरह के काम कर सकते हैं। जैसे कि उसकी बिक्री करके अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं, आपको बता दें कि उससे अगर किसान भूसा बना लेते हैं तो पेपर और कार्डबोर्ड बनाने वाली कंपनियों को इस भूसा को 500 से लेकर ₹1000 क्विंटल के हिसाब से बेंच सकते हैं। इसलिए इस पराली को जलाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इसे जलाने से पर्यावरण प्रदूषण होता है, मिट्टी भी खराब होती है तो चलिए पराली से भूसा बनाने की मशीन के बारे में जानते हैं।

भूसा बनाने वाली मशीन
गेहूं की फसल जल्दी काटने के लिए किसान मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे कि अगर किसान कंपाइन मशीन से गेहूं काटते हैं तो खेत में ही एक पराली गिर जाता है, तो ऐसे में किसान को भूसा नहीं मिलता है। लेकिन किसान स्ट्रॉ रीपर मशीनसे भूसा बना सकते हैं। स्ट्रॉ रीपर मशीन खेत में जाती है और पराली का भूसा बना देती है। यह स्ट्रॉ रीपर मशीन ट्रैक्टर की मदद से चलती है। इसमें पीछे ट्रॉली लगी रहती है जिसमें पूरा भूसा इकट्ठा हो जाता है और फिर उसे आप एक जगह पर गिरा कर लंबे समय के लिए स्टोर कर सकते हैं।
पशुओं के लिए सूखा चारा
अगर आप खेती के साथ-साथ पशुपालन करते हैं तो पशुओं के लिए सूखा चारा की जरूरत पड़ती होगी तो इसके लिए आप गेहूं के भूसा को स्टोर कर सकते हैं और लंबे समय तक पशुओं को इसे खिला सकते हैं। जी हां पशुओं को हरा चारा के साथ-साथ सूखा चारा की भी जरूरत होती है।