मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में शुरू करे इस सब्जी की खेती खुल जायेंगे बंद किस्मत के ताले। फूल गोभी की खेती सब्जियों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह एक ठंडी जलवायु में उगाई जाने वाली फसल है, जो विशेष रूप से भारत, नेपाल, बांग्लादेश और अन्य देशों में व्यापक रूप से उगाई जाती है। आपको फूल गोभी की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
फूल गोभी की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी
फूल गोभी ठंडी जलवायु की फसल है। अत्यधिक गर्मी में फूल नहीं बनता या फूल खराब हो जाता है। हल्की ठंड और नमी इसके लिए अनुकूल होती है। अच्छे जल निकास वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम रहती है। pH मान 6.0 से 7.5 के बीच उपयुक्त होता है। भूमि में जैविक पदार्थों की अच्छी मात्रा होनी चाहिए।
फूल गोभी की खेती कैसे करें
खेत की अच्छी तरह जुताई करें। 2-3 बार हल चलाकर मिट्टी को भुरभुरा बना लें। अच्छी सड़ी गोबर की खाद या कम्पोस्ट 20-25 टन/हेक्टेयर की दर से मिलाएँ। अंतिम जुताई में नत्रजन, फॉस्फोरस और पोटाश दें। बुआई का सही समय जून के अंत से जुलाई और अगस्त से सितंबर। जिसके बाद अक्टूबर से नवंबर में करते है। नर्सरी में बीज बोने से पहले बीजों को फफूंदी नाशक से उपचारित करें।
यह भी पढ़े: किसानों और व्यापारियों के लिए जरूरी खबर, प्याज के आज के भाव देखें
पौधे तैयार होने में 25-30 दिन लगते हैं। जब पौधे 4-5 पत्तियाँ निकाल लें, तब मुख्य खेत में रोपाई करें। पौधे से पौधे की दूरी 45 से 60 सेमी और कतार से कतार की दूरी 60 सेमी रखें। पहली सिंचाई रोपाई के तुरंत बाद करें। इसके बाद जरूरत और मौसम के अनुसार सिंचाई करें। फूल बनने की अवस्था में नमी का विशेष ध्यान रखें।
रोग और कीट प्रबंधन के साथ खरपतवार नियंत्रण कैसे करें
गोभी की इल्ली, सफेद मक्खी, माहू आदि। नियंत्रण के लिए नीम तेल आधारित कीटनाशक या इमामेक्टिन बेंजोएट का छिड़काव करें। डैम्पिंग ऑफ, ब्लैक रॉट, क्लब रूट। बीज उपचार करें और फफूंदनाशी का छिड़काव करें। समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें। यदि आवश्यक हो तो मल्चिंग भी कर सकते हैं।
फूल गोभी से कमाई
जब फूल पूरी तरह से विकसित हो जाए और सफेद, कसा हुआ और कड़ा हो तब तोड़ाई करें। समय पर तोड़ाई न करने पर फूल ढीला हो सकता है। 200-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज प्राप्त होती है, जो किस्म और देखभाल पर निर्भर करती है। ताजगी बनाए रखने के लिए फूलों को छायादार और ठंडी जगह पर रखें। आप इसमें 50 हजार रूपए लगाकर लगभग 2 लाख रूपए कमा सकते है।
यह भी पढ़े: सुगंधित औषधीय और मसालेदार फसल की खेती है किसी खजाने से कम नहीं, जाने कैसे होगी धन-दौलत की वर्षा