इस लेख में आपको स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली पर सब्सिडी के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिससे मात्र 25% खर्च पर यह लाभ मिलेगा।
स्प्रिंकलर सिंचाई का लाभ
स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। क्योंकि इससे पानी की बचत होती है। जिन किसानों को पानी की समस्या है, वे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लंबे समय तक मिट्टी में नमी बनी रहती है और उत्पादन भी बढ़ाती है, यानी किसानों को अधिक लाभ होगा और फिर सरकार इस प्रणाली पर सब्सिडी भी दे रही है, ताकि कम लागत पर यह प्रणाली उनके खेतों में लगाई जा सके।
फव्वारा संयंत्र सब्सिडी योजना
फव्वारा संयंत्र सब्सिडी योजना, राजस्थान राज्य सरकार की योजना है। इस योजना के तहत 70 से 75% की सब्सिडी दी जाती है जिसमें सामान्य किसानों को 70% मिलता है, जबकि लघु सीमांत, अनुसूचित जाति और जनजाति के साथ-साथ महिला किसानों को 75% तक सब्सिडी मिलती है। इस योजना के तहत अधिकतम 5 हेक्टेयर भूमि में फव्वारा संयंत्र लगाए जा सकते हैं। 50 से 55% तक पानी की बचत होती है।

किसे मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना का लाभ राजस्थान के उन किसानों को मिलेगा जिनके पास कम से कम दो हेक्टेयर सिंचित कृषि भूमि है। इसके अलावा शर्त यह रखी गई है कि आवेदन वर्ष के भीतर प्लांट का बिल होना जरूरी है, साथ ही प्लांट का भौतिक सत्यापन सफल होने पर ही लाभ दिया जाता है। लाभ के लिए किसानों को आवेदन करना होगा। सब्सिडी का पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में डीबीटी के जरिए जमा किया जाता है। आइये जानते हैं आवेदन के बारे में।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने से पहले किसान आवश्यक दस्तावेज तैयार कर लें, जिसमें आधार कार्ड, सिंचाई स्रोत का प्रमाण पत्र, फव्वारा प्लांट सप्लायर का कोटेशन और साथ ही जमाबंदी की कॉपी शामिल है, जो 6 महीने से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए अन्यथा यह मान्य नहीं होगी।
फव्वारा संयंत्र सब्सिडी योजना के लिए आवेदन
फव्वारा संयंत्र सब्सिडी योजना पाने के लिए आपको आवेदन करना होगा। जिसमें सबसे पहले किसानों को इस https://rajkisan.rajasthan.gov.in/ आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा, रजिस्ट्रेशन करने के बाद पोर्टल पर लॉगिन करें और राज्य किसान विकल्प पर जाकर आवेदन प्रविष्टि का अनुरोध करें, उसके बाद आवश्यक जानकारी सही से भरें और सबमिट करें और फिर आपको लाभ मिलेगा।