तोरई के पौधे को कीटों और बिमारियों से मुक्त रखने के लिए ये चीजें बहुत असरदार और फायदे की होती है। तो आइये जानते है कौन सी चीजें है और कैसे उपयोग करते है।
तोरई की बेल में लगेगी अनगिनत तोरई
अक्सर कुछ लोगों को अपने घर के बगीचे में बेल वाली सब्जियां लगाने का बहुत शौक होता है बेल वाली सब्जियों में लोग ज्यादा तर तोरई को लगाना काफी पसंद करते है लेकिन तोरई के पौधे में अक्सर कीट लगने के कारण पौधे की ग्रोथ सही से नहीं हो पाती है जिससे पौधा मर जाता है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे दो चीजों के बारे में बता रहे है जिन्हे पौधे में डालने से पौधे में कभी कीड़े नहीं लगते है और तोरई की पैदावार भी बहुत अधिक होती है। ये चीजें आपको आसानी से मिल जाएगी। इन का इस्तेमाल तोरई की बेल में जरूर करना चाहिए।

तोरई की बेल में करें ये मिश्रण का छिड़काव
तोरई की बेल में छिड़काव करने के लिए हम आपको गोबर के कंडे या लकड़ी की राख और साफ फंगीसाइड पाउडर के मिश्रण के छिड़काव के बारे में बता रहे है ये एक ऑर्गेनिक रूप से तैयार कीटनाशक है। जो तोरई की बेल में कीड़े लगने से बचाव करता है ये चीजें न केवल पौधे को कीटों और बिमारियों से बचाती है बल्कि पौधे में पोटेशियम की कमी को भी पूरा करती है क्योकि राख में भरपूर मात्रा में पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत होता है। जो तोरई के पौधे के लिए बेहद जरुरी होता है। इसको पौधे में डालने से स्वस्थ और उच्च गुणवत्ता वाली तोरई की उपज प्राप्त होती है।
तोरई की बेल में राख का इस्तेमाल
तोरई की बेल में राख और साफ फंगीसाइड पाउडर इस्तेमाल बहुत गुणकारी और प्रभावशाली देखने को मिलता है इनका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले तोरई की बेल को पानी से पूरा गिला कर देना है मतलब बेल में पहले पानी का स्प्रे या छिड़काव करना है फिर 2 मुट्ठी राख में आधा छोटा चम्मच साफ फंगीसाइड पाउडर को डालकर मिक्स करना है इसके बाद इस मिश्रण को तोरई की बेल में सब जगह पतियों तने में छिड़काव करना है जिससे बेल में ये मिश्रण अच्छे से चिपक जाए। ऐसा करने से पौधे कीड़ों का अटैक नहीं होगा और अगर पौधे में कीड़े लगे होंगे तो वो भी सब खत्म हो जायेंगे। राख का उपयोग हफ्ते में एकबार पौधे में जरूर करना चाहिए।