धान की ये किस्म खेती के लिए बहुत उपयुक्त और गुणकारी होती है इसकी खेती में लागत मेहनत कम लगती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
जून में करें धान की ये किस्म की बुवाई
धान की ये किस्म की खेती बहुत लाभकारी मानी जाती है इसकी बुवाई के लिए मई के अंत से जुलाई के पहले हफ्ते तक का समय सबसे अच्छा होता है। ये किस्म न केवल ज्यादा उपज देती है बल्कि बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट और ब्लास्ट रोग के प्रति अधिक सहनशील होती है आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती की ये धान की एक हाइब्रिड किस्म है जो उच्च पैदावार और रोग प्रतिरोधकता के लिए जानी जाती है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती के लिए मई के अंत से जुलाई के पहले हफ्ते तक का समय उपयुक्त होता है धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती के लिए चिकनी, मटियार या मटियार दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए बुवाई के लिए प्रति एकड़ करीब 2 किलो बीज काफी होते है। इसकी खेती में पंक्ति से पंक्ति की दूरी 20/15 सेंटीमीटर होनी चाहिए। बुवाई के बाद धान की वीएनआर 2245 किस्म की फसल करीब 120-125 दिन में तैयार हो जाती है।
कितना होगा उत्पादन
अगर आप धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी एक एकड़ में धान की वीएनआर 2245 किस्म की खेती करने से करीब 28 से 32 क्विंटल तक पैदावार होती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये धान की एक उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है।