धान की ये किस्म खेती के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
धान की इस रोगप्रतिरोधी किस्म की करें बुवाई
धान की खेती में अधिक उपज के लिए अच्छी किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है अच्छी किस्म से न केवल अधिक पैदावार मिलती है बल्कि वह रोगप्रतिरोधी भी होती है आज हम आपको धान की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो मार्केट में बहुत डिमांडिंग होती है इसकी खेती में ज्यादा पानी और लागत नहीं लगती है इसे बैक्टीरियल ब्लाइट और ब्लास्ट रोग के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाया गया है आप इसकी खेती से बहुत शानदार मुनाफा कमा सकते है हम बात कर रहे है धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की खेती की ये बासमती चावल की एक लोकप्रिय किस्म है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली, उपजाऊ और चिकनी मिट्टी उपयुक्त होती है इसके पौधे इस किस्म के बीज के माध्यम से लगाए जाते है एक हेक्टेयर में बुवाई के लिए करीब 10-12 किलोग्राम बीज पर्याप्त होते है इसके बीजों को बुवाई से पहले उपचार करना चाहिए इसकी खेती में जैविक खाद इस्तेमाकल करना चाहिए। बुवाई के बाद धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की फसल करीब 145 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में धान की पूसा बासमती 1886 किस्म की खेती करने से करीब 4.49 टन की पैदावार देखने को मिलती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई कर सकते है। ये धान की एक उच्च उपज देने वाली उन्नत किस्म है। इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।