इस फसल की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी और तगड़े मुनाफे वाली सबीय होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में खूब अधिक मात्रा में होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
15 फरवरी तक कर लें इस फसल की बुआई
मेथा की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा मानी जाती है आज हम आपको मेथा की एक ऐसी वैरायटी के बारे में बता रहे है जिसकी उपज क्षमता दूसरी किस्मों के मुकाबले बहुत ज्यादा मात्रा में होती है। मेथा की ये किस्म से तेल का उत्पादन बहुत जबरदस्त देखने को मिलता है। मेंथा के तेल का इस्तेमाल भोजन, इत्र, और दवा उद्योगों में किया जाता है। इसका तेल बाजार में बहुत महंगा और खूब बिकता है आप मेथा की इस किस्म की खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है सिम उन्नति मेंथा की खेती की ये मेंथा की एक बेहतरीन प्रजाति है ये मेंथा की दूसरी प्रजातियों से ज़्यादा मेंथॉल और सुगंधित तेल देती है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
सिम उन्नति मेंथा की खेती
अगर आप मेंथा की सिम उन्नति किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। फरवरी का महीना इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त होता है। मेंथा की सिम उन्नति किस्म की खेती के लिए बलुई दोमट या मटियारी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी रहती है इसकी खेती के लिए पहले खेत की अच्छी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में जैविक खाद डालनी चाहिए। मेंथा की अच्छी उपज के लिए जैविक उर्वरकों का इस्तेमाल करना चाहिए बुआई के बाद मेंथा की सिम उन्नति किस्म की फसल करीब 100 से 110 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप मेंथा की सिम उन्नति किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई के साथ शानदार पैदावार भी देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में मेंथा की सिम उन्नति किस्म की खेती करने से करीब 190 किलोग्राम तक तेल मिलता है ये मेंथा की दूसरी प्रजातियों से 15-20 प्रतिशत ज़्यादा मेंथॉल और सुगंधित तेल देती है एक हेक्टेयर में इसकी खेती करने से करीब 1 लाख 90 हजार रूपए की कमाई हो सकती है किसानों के लिए मेंथा की सिम उन्नति किस्म की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।