MP में मिल रहा 5 हजार साल पुराना गेहूं, डायबिटीज के मरीजों के लिए है अमृत, ये गेंहू सोना है सोना, जानिए कीमत

इस गेहूं को खाने से सेहत रहेगी दुरुस्त, डायबिटीज के मरीजों के लिए है फायदेमंद। सामान्य गेहूं से 40% ज्यादा है प्रोटीन। जानिए इस गेहूं की कीमत और खासियत।

5000 साल पुराना गेहूं

गेहूं की रोटी हमारे देश में कई घरों में रोजाना दो से तीन बार बनती है, लेकिन जो गेहूं अधिकतर सामान्य घरों में इस्तेमाल होता है, वह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे डायबिटीज जैसी बीमारियां और अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन कई लोगों को इसका पता नहीं चलता।

यहां आपको 5000 साल पुराने एक खास गेहूं के बारे में बताने जा रहे हैं। इस गेहूं की किस्म सेहत के लिए फायदेमंद है। डायबिटीज के मरीज इसका सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें ग्लूटेन की मात्रा कम होती है। इसमें सामान्य गेहूं की तुलना में 40% अधिक प्रोटीन और 277% ज्यादा खनिज पाए जाते हैं। साथ ही, यह सामान्य गेहूं से तीन गुना अधिक फोलिक एसिड लिए होता है, जो पाचन के लिए लाभकारी है। इसे खाने से कब्ज, दस्त जैसी समस्याएं नहीं होतीं। तो आइए जानते हैं कि यह गेहूं एमपी में कहां मिल रहा है और इसकी कीमत कितनी है, जो कि बहुत ही कम है।

मध्य प्रदेश में मिल रहा यह कीमती गेहूं

यह गेहूं बेहद कीमती है। क्योंकि इसे हड़प्पा कालीन गेहूं माना जा रहा है, जिसे प्राकृतिक तरीकों से मध्य प्रदेश में उगाया जा रहा है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के सागर जिले में बड़े पैमाने पर इस पुराने गेहूं की खेती की जा रही है।

इस गेहूं का नाम “सोना मोती” है। सोना मोती गेहूं सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसकी कीमत अगर बड़े बाजारों में देखें तो ₹14,000 से ₹30,000 प्रति क्विंटल तक है, लेकिन मध्य प्रदेश के सागर जिले में इसे मात्र ₹7,000 प्रति क्विंटल में खरीदा जा सकता है, जिससे लोगों को भारी बचत हो रही है।

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इस गेहूं की खेती के बारे में जानिए

अगर आप सोना मोती गेहूं की खेती करना चाहते हैं, तो जान लें कि इसकी बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच होती है। सबसे पहले खेत की अच्छी तैयारी करें, फिर बीज का उपचार करें और उसके बाद बुआई करें। एक एकड़ खेत के लिए लगभग 25 किलो बीज की आवश्यकता होती है। इसमें लगभग चार बार सिंचाई की जरूरत पड़ती है।

140 दिन में फसल तैयार हो जाती है और प्रति एकड़ 18 से 22 क्विंटल तक उत्पादन होता है। इस तरह, किसानों को इसकी खेती से अच्छा लाभ मिल सकता है। इस गेहूं में किसी प्रकार की रासायनिक खाद या कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह हृदय रोगियों और डायबिटीज के लिए लाभकारी गेंहू है, इसलिए इसकी बाजार में अच्छी कीमत भी मिल रही है।

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