पशु बीमा योजना का लाभ पशुपालक किसान सिर्फ ₹100 में उठा सकते हैं। चलिए जानते है इस योजना के तहत मिलने वाले फायदे-
पशु बीमा योजना
पशुपालन में बढ़िया कमाई की जा सकती है। लेकिन इसके लिए उन्हें पशुओं को स्वस्थ रखना पड़ता है। अगर पशु सेहतमंद नहीं रहेंगे बढ़िया मात्रा में दूध नहीं देंगे तो पशुपालकों को भी कमाई नहीं होगी। वहीं अगर पशुओं की मृत्यु हो जाती है तो पशुपालक को भारी नुकसान हो जाता है। पशुओं की कीमत आसमान छू रही है। किसी तरह मुश्किल से किसान पशु की खरीदी करते हैं लेकिन पशुओं की सेहत कब बिगड़ जाती है पता भी नहीं चलता है और उनकी मृत्यु होने से बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान हो जाता है। इसीलिए सरकार पशु भी बीमा योजना चला रही है।
जिसके तहत उन्हें पशुओं की मृत्यु होने पर क्लेम की राशि मिल जाती है। लेकिन इसके लिए उन्हें पशु का बीमा करवाना होगा। आपको बता दे की पशु बीमा पर भी सरकार सब्सिडी दे रही है। जिससे बेहद कम राशि में पशु का बीमा करवा सकते हैं।
₹100 में करा सकते हैं पशुओं का बीमा
सिर्फ ₹100 में पशुओं का बीमा कराया जा सकता है। क्योंकि सरकार बीमा की प्रीमियम राशि पर 50% के सब्सिडी दे रही है। जिससे मध्य प्रदेश के किसान पशुओं का बीमा सिर्फ ₹100 में करवा सकते हैं। राज्य सरकार ने पशुओं को बीमा कराने पर पशुपालकों को 15% ही प्रीमियम राशि देने के लिए कहा है। क्योंकि 85% सरकार उस पर सब्सिडी दे रही है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और पांढ़र्णा जिले में पशु बीमा योजना को लेकर समीक्षा बैठक हुई और वहां पर 26 जनवरी 2025 तक पशुओं का बीमा कराया जा रहा है। जहां पर पशुपालक जाकर अपने पशुओं का बीमा करवा सकते हैं। चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानते हैं पशु का बीमा करने पर कितने प्रतिशत प्रीमियम राशि देनी पड़ेगी-
- पशु बीमा अनुबंध कंपनी आईसीआईसीआई लोंबार्ड के अनुसार ₹100 में पशुओं का बीमा करवा सकते हैं।
- 1 साल के लिए अगर बीमा करवा रहे हैं तो 3.72% प्रीमियम राशि देनी होगी।
- 2 साल का बीमा करने के लिए 7.5% .
- 3 साल का बीमा करने के लिए 9% की दर से प्रीमियम राशि देनी पड़ती है।
किन पशुओं का करा सकते हैं बीमा
पशु बीमा योजना के तहत गाय भैंस और बैल का भी बीमा कराया जा सकता है। यहां पर दुधारू पशुओं का बीमा कराने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। जिसमें खेती के इस्तेमाल में आने वाले बैल का भी बीमा करवा सकते हैं। 10 पशुओं की एक इकाई मानी जाती है और एक इकाई से पशुपालक सिर्फ पांच पशुओं का बीमा कर सकते हैं। जिसमें पांच भैंस या फिर पांच पशु की गिनती होगी और इन सभी पशुओं की प्रीमियम राशि पशुपालकों को सिर्फ 15% देने पड़ेगी। 85% की सब्सिडी उस पर सरकार द्वारा मिलती है।
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आवश्यक दस्तावेज
पशु बीमा योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे। जिन्हें नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जान सकते हैं-
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पशु का विवरण (पशु का स्वास्थ्य कार्ड)
- आवेदक किसान का वोटर आईडी कार्ड
यहां से करें आवेदन
पशु बीमा योजना का लाभ लेने के लिए मध्य प्रदेश के किसान का पशु बीमा योजना के अंतर्गत रियायती प्रीमियम की दर से पशुओं का बीमा करवा सकते हैं। इसके अलावा छिंदवाड़ा और पांढ़र्णा जिले में जनकल्याण शिविर आयोजित किया जा रहे हैं। वहां पर भी जाकर पशुओं का बीमा करवा सकते हैं। इसके अलावा आप अपने जिले के अनुबंध की गई कंपनी के बीमा एजेंट से मिलकर भी पशुओं का बीमा कर सकते हैं। पशु चिकित्सालय में भी इस संबंध में पशुपालकों को जानकारी मिल जाएगी।
पैसे कैसे मिलेंगे
अगर किसी कारण से पशुओं की मृत्यु हो जाती है और अपने पशु बीमा योजना का लाभ लिया है। पशुओं का बीमा कराया हुआ है तो पशु की मृत्यु होने के 24 घंटे के अंदर-अंदर बीमा कंपनी को आपको सूचना देना होगा। इसके बाद सरकारी पशु चिकित्सालय के डॉक्टर आएंगे और पशु की जांच करेंगे। उसके बाद 15 दिन के भीतर बीमा कंपनी द्वारा आपके खाते में पैसे आ जाएंगे। लेकिन यहां पर इस बात का ध्यान रखना है कि 24 घंटे के अंदर जानकारी दे देनी है और सरकारी डॉक्टर द्वारा पशु की जांच करवानी है।
इसी तरह फसल बीमा योजना का भी किसानों को लाभ मिलता है। समय पर बीमा कंपनी को जानकारी दी जाती है और कृषि विभाग के अधिकारी आकर फसल की जांच करते हैं।