बेशरम का पौधा किस लिए लगाया जाता है? क्या अर्बन गार्डनिंग में सजावट की तरह इसे लगा सकते हैं या नहीं? चलिए जानते हैं।
बेशरम का पौधा
बेशरम के पौधे आपने कई जगह में देखे होंगे। खासकर सड़कों के किनारे इसके पौधे देखने को मिल जाते हैं। इसमें फूल खिले होते हैं, जिससे लोगों को यह अच्छे भी लगते हैं। लेकिन यह पौधे तेजी से फैल जाते हैं, इसलिए इसे किसी भी जगह पर आसानी से लगाया जा सकता है। इसके कई औषधीय रूप से फायदे भी होते हैं, जिससे लोग इसे लगाते हैं।
कुछ लोगों का प्रश्न होता है कि बेशरम के पौधे को क्या हम सजावट के तौर पर लगा सकते हैं? अर्बन गार्डनिंग में सजावटी पौधे की तरह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं? तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।
बेशरम का पौधा क्यों लगाते हैं
बेशरम का पौधा लगाने के कई कारण हैं। जैसे कि यह औषधीय गुणों से भरा होता है। सूजन में, घाव को भरने में, त्वचा रोग, दाद, खुजली आदि में इसका इस्तेमाल किया जाता है। बिच्छू के डंक के ज़हर के असर को कम करने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
इसीलिए लोग इसे अपने घर के आस-पास लगा लेते हैं। बेशरम के पौधे में फूल भी खिलते हैं, तो इसे लोग बगीचे के किनारों पर या बाउंड्री के आसपास भी लगा देते हैं, जिससे इसके फूल सुंदर लगते हैं।
यह तेजी से फैल जाता है। इसके फूलों के गुच्छे ऊंची शाखाओं के सिरों पर लगते हैं। सूरज की गर्मी से यह फूल मुरझा भी जाते हैं। इसके फूल गुलाबी रंग के होते हैं। सड़कों के किनारे अगर थोड़ी जगह और पानी है, तो यह आसानी से तैयार हो जाता है।
यह एक जहरीला पौधा होता है। इसका इस्तेमाल केवल बाहरी रूप से किया जाता है, इसका कभी सेवन नहीं करना चाहिए। इसे बहुत देखरेख की जरूरत नहीं होती। यह पौधा कम पानी या ज्यादा पानी में भी रह लेता है। धूप भी सहन कर लेता है और कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने की क्षमता रखता है।

बेशरम का पौधा अर्बन गार्डनिंग में सजावटी पौधे की तरह प्रयोग
बेशरम का पौधा अर्बन गार्डनिंग में सजावटी पौधे की तरह प्रयोग नहीं किया जाता है। क्योंकि अर्बन गार्डनिंग से मतलब होता है कि पौधों को गमले में, छत पर, आंगन में या बालकनी में लगाना।
ऐसे में बेशरम का पौधा इन जगहों पर नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि इसकी शाखाएं बड़ी-बड़ी होती हैं और यह ज़हरीला भी होता है। इसलिए घर के अंदर लगाना उचित नहीं माना जाता है।
लेकिन अगर आपको इसके इस्तेमाल की जानकारी है, तो इसे बाहर लगा सकते हैं। क्योंकि इसे बहुत ज्यादा देखभाल या विशेष तत्व की जरूरत नहीं होती। फिर भी, अर्बन गार्डनिंग में सजावटी पौधे की तरह इसका इस्तेमाल करने की कोई सलाह नहीं दी जाती। इससे बचने की ही राय दी जाती है। इसका नुकसान यह भी है कि यह दूसरे जलीय जीवों के लिए हानिकारक हो जाता है और तेजी से फैल जाता है।
बेशरम का पौधा कैसे लगाएँ
बेशरम का पौधा लगाना चाहते हैं तो इसकी कटिंग या बीज लेकर इसे तैयार कर सकते हैं। कटिंग लगाना है तो एक लंबी और स्वस्थ शाखा काट लीजिए और उसकी कटिंग को जमीन में लगा दीजिए।
बीज से लगाना भी आसान है। बीजों को सीधे जमीन में बोया जाता है और मिट्टी में नमी बनाकर रखने से पौधा तैयार हो जाता है। बेशरम का पौधा अधिकतर नदियों, तालाबों जैसे जल स्रोतों के किनारे देखने को मिलता है। यह कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रहता है।
बेशरम के पत्तों के फायदे
इसके पत्तों और दूध में एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं, जो कि स्वास्थ्य की समस्याओं के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। बेशरम के पत्तों के कई फायदे हैं जैसे कि इसके पत्तों से सूजन, दर्द, फोड़े-फुंसी, दाद, खुजली, बिच्छू के डंक और घाव आदि का इलाज किया जाता है। बता दें कि सूजन और दर्द में इसके पत्तों को पीसकर हल्का गर्म करके सूजन वाली जगह पर लगाया जाता है। पत्तियों के लेप को चोटों पर और पुराने घाव को जल्दी भरने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन किसी एक्सपर्ट से ही इसके इस्तेमाल की जानकारी लेनी चाहिए।
बेशरम के फूल की दवा
बेशरम के फूल से दवा नहीं बनाई जाती, बल्कि पत्तों से दवा बनाई जाती है। पत्तों को पीसकर गर्म करके सूजन वाली जगह पर लगाया जाता है।
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