टमाटर की खेती से किसान अच्छी पैदावार लेने के लिए बहुत मेहनत करते है लेकिन कुछ कीट रोग फसल को नुकसान पहुंचाने के लिए हमेशा तत्पर रहते है अगर उचित समय में सही देखभाल और रोकथाम के उपाय नहीं करेंगे तो उत्पादन में गिरावट आएगी।
टमाटर की फसल को इस रोग बचाएं
टमाटर की खेती बहुत बड़े स्तर पर की जाती है इसकी खेती में कई कीटों का खतरा होता है इन दिनों टमाटर की फसल में अर्ली ब्लाइट रोग का प्रभाव खूब देखने को मिल रहा है ये एक फफूंदजनित रोग है जो अल्टरनेरिया सोलानी नामक फंगस के कारण होता है ये फंगस के बीजाणु हवा, पानी और संक्रमित पौधों के अवशेषों के माध्यम से फैलते है इसको नियंत्रित करने के लिए हम आपको एक बहुत असरदार दवा के बारे में बता रहे है इसके छिड़काव से टमाटर की फसल सुरक्षित रहती है और उत्पादन बहुत अधिक उच्च गुणवत्ता वाला होता है।

इस चीज का करें छिड़काव
टमाटर की फसल को अर्ली ब्लाइट रोग से बचाने के लिए हम आपको फंगीसाइड के बारे में बता रहे है इसके लिए आप डेकोनिल दवा का छिड़काव कर सकते है ये एक बहुमुखी फफूंदनाशक है जो टमाटर की फसल को कर प्रकार के रोग से सुरक्षित रखने के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है। इसके अलावा संक्रमित पौधों को खेत से अलग कर देना चाहिए। जिससे रोग फैलता नहीं है।
कैसे करें प्रयोग
टमाटर की फसल को अर्ली ब्लाइट रोग से से सुरक्षित रखने के लिए डेकोनिल दवा का इस्तेमाल 2 किग्रा डेकोनिल को 1000 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर फसल में स्प्रे पंप की मदद से छिड़काव किया जा सकता है। इसका छिड़काव करने से पहले उत्पाद पत्रक पर दिए गए निर्देशों के अनुसार सही खुराक को जानकर ही उपयोग करना चाहिए। इसका छिड़काव शाम के समय साफ मौसम में करना उचित होता है बरसात के समय छिड़काव नहीं करना चाहिए।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद