ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही सरकार की यह योजना, घर बैठे छोटी-सी जगह से रंगीन मछली पालन से कर रही लाखों का व्यवसाय-
ग्रामीण महिलाएं हो रही आर्थिक रूप से सशक्त
महिलाएं अब बढ़-चढ़कर हर व्यवसाय में हिस्सा ले रही हैं, और नाम के साथ पैसा भी कमा रही है। जिसमें सरकार भी महिलाओं को सपोर्ट कर रही है। आज हम बात कर रहे हैं रंगीन मछली पालन व्यवसाय की, आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के सीतापुर ग्रामीण महिला रंगीन मछली का पालन करके अपनी आय में वृद्धि कर रही है। दरअसल, महिलाओं को एक योजना के तहत जोड़ा जा रहा है, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है तो चलिए आपको बताते हैं इस योजना के बारे में।
छोटी-सी जगह से हो रही कमाई
अगर कुछ करने की चाह हो तो बड़ी और छोटी जगह मायने नहीं रखती। जैसे कि यह ग्रामीण महिलाएं एक छोटी सी जगह से लाखों का व्यवसाय शुरू कर रही है। आपको बता दे कि सिर्फ ₹500 से ₹1000 में यह व्यवसाय बस शुरू करती है, और इससे उन्हें आगे चलकर लाखों का फायदा हो सकता है। जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ‘मिशन नव शक्ति’ के अंतर्गत अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। जिसमें अभी 7 गांव की महिलाएं रंगीन मछली का पालन करके अच्छी कमाई कर रही है।
कुछ महिलाएं एक्वेरियम में मछली का पालन करती हैं तो कुछ घर पर गड्ढा बनाकर रंगीन मछलियां पाल रही है। लेकिन आगे चलकर इस व्यवसाय को बढ़ाया जाएगा। पक्के टैंक और तालाबों में इन मछलियों का पालन होगा। अभी इस मिशन को शुरू हुए 3 महीने ही हुए हैं। आगे इस व्यवसाय को बढ़ाने और कमाई अधिक करने पर काम किया जाएगा।

रंगीन मछली पालन के लिए सब्सिडी
रंगीन मछली पालन व्यवसाय कमाई का एक अच्छा जरिया है। इसीलिए सरकार भी इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। जिसमें ग्रामीण महिलाएं या अन्य कोई भी व्यक्ति अगर रंगीन मछली का पालन करना चाहता है तो आपको बता दे की समकालीन यूनिट के लिए 25 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिलती है। लेकिन अगर बैकयार्ड आर्नामेंटल मछली का पालन करना चाहते हैं तो ₹300000 सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। मध्यम आकार की यूनिट के लिए ₹800000 की सब्सिडी दी जाती है।
रंगीन मछली पालन के लिए सरकार 50% की सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा अन्य मछली पालन के लिए भी पीएम मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेकर सरकार से आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते हैं।