तोरई के पौधे में फल नहीं लग रहे है तो पौधे में इस उत्कृष्ट खाद का इस्तेमाल जरूर करें जिससे तोरई की बेल ढेरों फलों से भर जाएगी। तो आइये इस आर्टिकल के माध्यम से जानते है कौन सी चीज है।
बेल में पत्तियों से ज्यादा नजर आएगी तोरई
अक्सर लोग अपने घर के छोट से बगीचे में भी बेल वर्गीय सब्जियों के पौधे लगाना काफी पसंद करते है। कई बार तोरई बेल अच्छी लंबी तो हो जाती है लेकिन बेल में तोरई नहीं आती है। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों से बनी खाद के बारे में बता रहे है जो पौधे के लिए बहुत फायदे की होती है ये चीजें आपको घर में ही आसानी से मिल जाएगी। इनमे मौजूद तत्व बेल को भरपूर पोषण देते है जिससे बेल में तोरई की उपज को बढ़ावा मिलता है। ये न केवल फलों की पैदावार को बढ़ाती है बल्कि कीटों से भी दूर रखती है।

तोरई की जड़ के पास डालें ये चीज
तोरई के पौधे में डालने के लिए हम आपको चाय पत्ती, राख, छाछ और हल्दी के बारे में बता रहे है। ये एक उत्कृष्ट प्राकृतिक उर्वरक है जो तोरई के पौधे के विकास और उपज के लिए लाभदायक होती है। चाय पत्ती मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों को बढ़ाती है जिससे तोरई की बेल स्वस्थ रहती है और अधिक फलती-फूलती है। ये मिट्टी की गुणवत्ता में भी काफी सुधार करती है जिससे जल निकासी और हवा का संचार बेहतर होता है। राख और हल्दी पौधे में कीटनाशक के रूप में काम करती है राख में पोटेशियम का भी जबरदस्त स्रोत होता है। जो बेल में लगे फूल फल की ग्रोथ को अच्छे से बढ़ाते है। छाछ एक प्राकृतिक फफूंदनाशक, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने वाला, और कीटों से बचाव करने वाला उर्वरक है। ये पौधे को हर समस्या से छुटकारा दिलाता है और उपज को बढ़ाने में सहायक होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
तोरई के पौधे में चाय पत्ती, राख, छाछ और हल्दी का इस्तेमाल बहुत अच्छा साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए पहले पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करना है फिर मिट्टी में एक स्पून चाय पत्ती और एक से दो मुट्ठी राख का छिड़काव करना है इसके बाद एक लीटर पानी में आधा कप पूरानी छाछ और एक चम्मच हल्दी को अच्छे से मिक्स करना है फिर तोरई के पौधे की मिट्टी में इसे भी डालना है ऐसा करने से पौधे को लाभकारी और आवश्यक पोषक तत्व मिलते है जिससे तोरई की उपज अच्छी होती है।