सर्दियों के मौसम में सफ़ेद कीड़ों के साथ कोहरा और पाला भी गुड़हल के पौधे को अपने चपेट में जकड़ लेते है जिससे पौधे को काफी ज्यादा नुकसान होता है इन दोनों समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए ये एक चीज बहुत लाभकारी साबित होती है तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।
सफ़ेद कीड़े समेत पाले की समस्या का होगा सफाया
सफ़ेद कीड़े और मिलीबग का फेवरेट पौधा गुड़हल होता है अक्सर ये कीड़े आपको गुड़हल के पौधे में ही ज्यादा तर देखने को मिलेंगे। सर्दियों के मौसम में जब शीत लहर चलती है तब गुड़हल के पौधे को पाला लगने की संभावना भी होने लगती है। इन दोनों समस्या का हमारे पास एक इलाज मौजूद है आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे है जो गुड़हल के पौधे को मिलीबग और पाले दोनों से बचाने के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।

सर्दियों में गुड़हल के पौधे में डालें ये चीज
हम आपको सर्दियों के मौसम में गुड़हल के पौधे में डालने के लिए गोबर के उपले और लकड़ी की राख के बारे में बता रहे है सर्दियों के मौसम में ठंड से बचने के लिए लोग चूल्हे में आग जलाते है चूल्हे में जो राख बच जाती है उसका इस्तेमाल गुड़हल के पौधे में आप आसानी से कर सकते है राख पौधे में लगे कीड़े मिलीबग का नामोनिशान मिटा देती है क्योकि राख में कई तत्वों के गुण होते है जो पौधे में लगे कीड़ों को खत्म करने में बेहद कारगर साबित होते है। गुड़हल के पौधे में चूल्हे की राख को छिड़कने से पौधे को थोड़ी गर्मी भी मिल जाती है जिससे पौधे में पाले का असर कम हो जाता है। गुड़हल के पौधे में राख का उपयोग जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
गुड़हल के पौधे में उपले और लकड़ी की राख का उपयोग बहुत लाभकारी और असरदार माना जाता है इसका उपयोग करने के लिए पहले गुड़हल के पौधे में पानी की थोड़ी सिंचाई करनी चाहिए फिर राख को पौधे में छिड़कना चाहिए जिससे पौधे की पत्तियों और तने में राख चिपक जाती है और झड़ती नहीं है। ऐसा करने से गुड़हल के पौधे में लगे मिलीबग सफ़ेद कीड़े मरकर नीचे गिर जाते है और दोबारा पौधे के आस-पास भी नजर नहीं आते है गुड़हल की मिट्टी में हल्दी डालना चाहिए जिससे मिट्टी के पोषक तत्व बढ़ते है।