ये चीजें बैंगन के पौधे के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है इसमें मौजूद तत्व पौधे को पोषण देने के अलावा कीट रोगों से भी बचाने में मदद करते है तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।
बैंगन का पौधा फलों से लद जायेगा
बरसात का मौसम पेड़ पौधों का पसंदीदा मौसम होता है इस मौसम में पौधे हरे भरे हो जाते है और चारों तरफ हरियाली दिखाई देने लगती है लेकिन गार्डनिंग करने वालों के लिए ये थोड़ा चुनौतीपूर्ण भी हो जाता है। खासकर जब बात बैंगन उगाने की हो तो नमी, कीट और फफूंदी जैसी परेशानियां आकर खड़ी हो जाती है। बरसात में बैंगन में कीड़े लगने की समस्या खूब देखने को मिलती है जिससे बैंगन की उपज में गिरावट होती है आज हम आपको बैंगन के पौधे के लिए कुछ ऐसे फर्टिलाइजर और खाद के बारे में बता रहे है जो पौधे के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते है। तो चलिए जानते है कौन से फर्टिलाइजर है।

बैंगन के पौधे में डालें ये चीज
बैंगन के पौधे में डालने के लिए हम आपको नीम की खली, गोबर की खाद और दही के बारे में बता रहे है नीम की खली बैंगन के पौधे के लिए एक प्राकृतिक प्रभावशाली कीटनाशक का काम करती है इसमें मौजूद तत्व पौधे को कीट रोगों से कोसों दूर रखते है गोबर की खाद मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है और जल धारण क्षमता को बढ़ाती है साथ ही पौधे के विकास को बढ़ावा देती है। दही बैंगन के पौधे में फूल झड़ने की समस्या को दूर करने का काम करता है दही के बैक्टीरिया पौधे में नैचुरल ग्रोथ हार्मोन पैदा करते है जिससे फूल नहीं झड़ते है और फल बनने लगते है। दही में मौजूद लैक्टिक एसिड फंगल रोगों और कीड़ों से भी पौधे को बचाता है।
कैसे करें उपयोग
बैंगन के पौधे में नीम की खली, गोबर की खाद और दही का उपयोग बहुत ज्यादा गुणकारी साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए सबसे पहले बैंगन के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करनी है फिर मिट्टी में एक मुट्ठी नीम की खली और एक मुट्ठी गोबर की खाद को डालना है इसके बाद एक लीटर पानी में 2 चम्मच दही को मिलाकर पौधे में स्प्रे करना है ऐसा करने से पौधे में अनगिनत बैंगन लद जाएंगे। बरसात के मौसम में पौधे को जल निकासी वाली मिट्टी में लगाना चाहिए और गमले में पानी का भराव नहीं होना चाहिए।