इस लेख में आपको गुड़हल में ज्यादा फूल लेने के लिए पौधे को हरा भरा बनाए रखने के लिए खाद की जानकारी दी गई है जिसे बनाना और इस्तेमाल करना बहुत सरल है-
गर्मी में गुड़हल सूख रहा है
गर्मी में गुड़हल के पौधे में सूखने की समस्या आ जाती है, क्योंकि इस तपती गर्मी में पौधों को अधिक पोषक तत्व की जरूरत पड़ती है। तथा कुछ छोटी बातों का ध्यान ना दिया जाए तो पौधे जल्दी मुरझा जाते हैं। गुड़हल के पत्तियां पीली पड़कर गिरने लगती है। फूल भी कम मिलते हैं। जिसके लिए यहां पर आपको हम खाद की जानकारी देंगे, जिसे आप घर पर तैयार कर सकते हैं, इसके अलावा किन बातों का ध्यान रखेंगे तो गर्मी में पौधा बढ़िया चलेगा।
गर्मी में गुड़हल की देखभाल
गर्मियों में गुड़हल की देखभाल के लिए आपको मिट्टी और पानी का ध्यान रखना होगा। साथ ही पौधे को धूप से भी बचाना होगा। अगर आपने अपने गुड़हल के पौधे को गमले में लगाया है तो उसे किसी बड़े गमलें में रखे 12 इंच के गमले में लगाएं और मिट्टी के गमले में रखे, प्लास्टिक के गमले में पौधे को ना रखें। अगर पौधे को छत पर लगाया है तो उसे फर्श से ऊपर रखें क्योंकि गर्म फर्श की वजह से पौधे की जड़ें बुरा असर होता हैं। इसलिए गमले को स्टैंड पर रखें, अगर छत पर रखा है।

मिट्टी में नमी बनाए रखें, जल निकासी का इंतजाम करें, समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें और अगर तापमान बहुत ज्यादा बढ़ रहा है और पत्तियां झुलस रही हैं तो उसे ग्रीन शेड नेट के नीचे रखें, या जहाँ सिर्फ सुबह की धूप लगे।
गुड़हल में गर्मी में डालें ये खाद
गर्मियों में गुड़हल को कौन सी खाद देनी चाहिए ताकि उसमें अधिक मात्रा में फूल आएं, गमले में लगा पौधा भी हरा-भरा रहे और सूखे नहीं। इसके लिए माली कहते हैं कि आप 1 लीटर पानी में एक चम्मच चायपत्ती और एक चम्मच एप्सम साल्ट डालें। इसके बाद इसे करीब 5 घंटे के लिए किसी जगह पर रख दें और फिर छानकर इस्तेमाल करें। जितना मिश्रण आपने तैयार किया है, उतना ही साफ पानी लें और उसे अच्छे से मिला लें और उसका आधा हिस्सा पौधे की मिट्टी में डालें और बाकी आधा हिस्सा स्प्रे बोतल में भरकर पत्तियों पर स्प्रे करें। अगर आप ऐसा शाम के समय करें तो बेहतर होगा। इसके लिए सबसे पहले मिट्टी की हल्की खुदाई करें ताकि यह जड़ों तक पहुंचे।
एप्सम साल्ट और चायपत्ती का पानी दोनों ही पौधे के लिए अच्छे होते हैं। यह पौधे को पोषण देता है जिससे पत्तियां हरी-भरी रहेंगी। गर्मी में पौधा सूखेगा नहीं और पत्तियां चमकदार हो जाएंगी। इसके अलावा फूल भी ज्यादा आएंगे। लेकिन इन सबके अलावा आपको एक या दो महीने में एक बार मिट्टी में कम्पोस्ट खाद मिलाना चाहिए। पानी के निकासी का ध्यान रखना चाहिए। कटाई-छटाई समय पर करना चाहिए।