ये खाद आम के पेड़ में फलों को गिरने से बचाने के लिए बहुत उपयोगी और असरदार साबित होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से विस्तार से जानते है कौन सी खाद है।
गुच्छों में फलों से लद जाएगा आम का पेड़
मार्च के महीने में आम के पेड़ों पर बौर मटर के छोटे-छोटे दानों बराबर आम के फल में बदलने लगती है ऐसे में किसान अपने आम के पेड़ों में इस खाद का उपयोग जरूर करें जिससे फल झड़ने की समस्या नहीं होती है और आम का साइज बड़ा होता है जिससे पैदावार बहुत जबरदस्त देखने को मिलती है। इस खाद में कई तत्वों के गुण होते है जो आम के पेड़ की ग्रोथ को बढ़ाते है। और फलों के विकास में भी बहुत मदद करते है ये खाद आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।

मार्च में आम के पेड़ में डालें ये 2 चीज
मार्च के महीने में आम के पेड़ में डालने के लिए हम आपको जिप्सम और पोटेशियम नाइट्रेट के बारे में बता रहे है। जिप्सम में कैल्शियम और सल्फ़र होता है जो आम के पोधों के विकास के लिए जरुरी होता है जिप्सम से मिट्टी में जल का प्रवाह बेहतर होता है जिप्सम आम की फसलों की गुणवत्ता में सुधार करता है और फसल में रोगों का नियंत्रण करता है। आम के पेड़ में पोटैशियम नाइट्रेट डालने से फल बनने में मदद मिलती है पोटैशियम नाइट्रेट में नाइट्रोजन और पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो आम के पेड़ में मटर बराबर दानों को झड़ने से रोगने में बेहद कारगर साबित होते है। इन दोनों चीजों का इस्तेमाल आम के पेड़ में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
मार्च के महीने में आम के पेड़ में जिप्सम और पोटेशियम नाइट्रेट का उपयोग बहुत ज्यादा लाभकारी और उपयोगी साबित होता है। इनका उपयोग करने के लिए सबसे पहले 2 ग्राम पोटेशियम नाइट्रेट को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर आम के पेड़ पर छिड़काव करना है इसके अलावा जिप्सम का उपयोग करने के लिए पहले आम के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करनी है और गमले के साइड से थोड़ी मिट्टी को बाहर निकाल लेना है फिर गमले में 5 से 10 ग्राम जिप्सम फर्टिलाइजर को मिट्टी में डालना है ऐसा करने से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और पौधे को भरपूर पोषण मिलता है जिससे फलों का विकास तेजी से होता है।