कद्दू की बेल में लगे फलों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए पौधे को अच्छी खाद और देखरेख की जरूरत होती है तभी बेल में अच्छा कद्दू लगता है। तो चलिए जानते है पौधे को क्या देना चाहिए।
घर की छत पर आसानी से उगेगा कद्दू
अक्सर कुछ लोग कद्दू का पौधा बीज के माध्यम से लागत है लेकिन पौधे की ग्रोथ सही से नहीं होने के कारण पौधा मर जाता है बीज से पौधा लगाने के लिए ऑर्गेनिक बीजों का उपयोग करना चाहिए केमिकल से उपचारित बीज से पौधा नहीं लगाना चाहिए। इसके बीज बाजार में आसानी से मिल जाते है। कद्दू की बेल तेजी से फैलती है इसलिए बेल को सहारा देने के लिए मचान विधि का इस्तेमाल करना चाहिए कद्दू की बेल में मेल और फीमेल दोनों फूल खिलते है इसके छोटे छोटे फलों को मधुमखी के डंक से बचाने के लिए फल को कपड़े से ढक देना चाहिए। आज हम आपको कद्दू के पौधे के लिए एक ऐसी ऑर्गेनिक खाद के बारे में बता रहे है जो पौधे में फलों के साइज और गुणवत्ता को बढ़ाती है। जिससे बेल में कद्दू की उपज अच्छी होती है।

कद्दू की जड़ में डालें ये खाद
कद्दू के पौधे में डालने के लिए केले के छिलके, पत्तों की राख, हल्दी और खाने वाले चूना से बनी तरल खाद के बारे में बता रहे है। ये पौधे के लिए सबसे शक्तिशाली खाद उत्कृष्ट खाद का काम करती है। केले के छिलके कद्दू के पौधे में पोटेशियम की कमी को पूरा करते है और कद्दू के साइज को बढ़ाते है। इसके अलावा पौधे को भरपूर नुट्रिशन देने में लाभदायक होते है। राख कद्दू की बेल को कीडों से बचाती है जिससे बेल एकदम स्वस्थ रहती है और जेड मजबूत होती है। साथ ही मिट्टी के पीएच को संतुलित रखती है। राख में पोटैशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम के गुण मौजूद होते है। हल्दी प्राकृतिक फंगीसाइड का काम करती है। ये कद्दू के पौधे को बरसात में फंगल संक्रमणों से बचाती है। क्योकि इसमें एंटीफंगल गुण होते है। चूना कद्दू के पौधे में कैल्शियम की कमी को पूरा करने का काम करता है। ये मुख्य रूप से मिट्टी की अम्लता को कम करता है जिससे पौधे में पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ती है।
उपयोग करने का तरीका
कद्दू के पौधे में केले के छिलके, पत्तों की राख, हल्दी और खाने वाले चूना से बनी तरल खाद का प्रयोग करने के लिए 2 लीटर पानी में 3 दिन भिगोए हुए वाले केले के छिलकों के पानी, 4 चम्मच राख, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, और एक चम्मच चूने पाउडर को डालकर घोलना है फिर इस लिक्विड खाद को कद्दू की जड़ के पास गुड़ाई करके डालना है। ऐसा करने से पौधे को जरुरी तत्व मिलेंगे जिससे बेल में कद्दू की उपज बहुत जबरदस्त होगी।

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