इस लेख में एक जैविक तेल की जानकारी दी जा रही है जिसे पानी में मिलाकर फसल पर छिड़कने से किसी तरह का कीट या जानवर फसल को नहीं खराब कर सकता है-
फसलों को बर्बाद करते हैं कीड़े और जंगली जानवर
किसानों के सामने कीड़े और जंगली जानवर एक बड़ी चुनौती है। अगर किसान समय पर खेत में छिड़काव नहीं करते हैं तो फसल को कीट- पतंग धीरे-धीरे खाकर बर्बाद कर देते हैं। इसके अलावा जंगली जानवर रातों-रात खड़ी फसल को तबाह कर सकते हैं। ऐसे में किसानों को छोटे से लेकर बड़े जानवरों तक से अपनी फसल को बचाना पड़ता है। जिसमें बड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
लेकिन यहां पर आपको एक जैविक तेल की जानकारी दी जा रही है जिससे फसल को कोई नुकसान नहीं होगा और यह खेत में फसल पर छिड़कने से जंगली जानवर जैसे कि नीलगाय फसल को नहीं खाएंगे और छोटे-मोटे कीड़े भी फसल में नहीं रहेंगे। इतना ही नहीं मच्छर का भी सफाई हो जाएगा।

जैविक तेल के बारे में जाने
सरकार लगातार जैविक खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है कृषि वैज्ञानिक भी किसानों को जैविक खेती की सलाह दे रहे हैं। इसी कड़ी में कृषि रक्षा इकाई में नीम तेल आया हुआ है और यह किसान को 50% अनुदान के साथ उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे सस्ते में किसान खेत की फसल को बचा सके। यहां पर सब्जी की खेती करने के साथ-साथ अनाज की खेती करने वाले किसान भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक कीटनाशक के तौर पर काम करेगा और बड़े-बड़े जंगली जानवरों को भी फसल से दूर रखेगा।
क्योंकि नीम तेल कड़वा होता है और इसकी गंध भी कड़वी होती है। जिससे जनवर इसे खाना पसंद नहीं करते हैं तो अगर वह खेत तक आते भी है तो वापस लौट जाते हैं यह एक सस्ता उपाय है जिससे लाखों की फसल बचाई जा सकती है।
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50% सब्सिडी के साथ यहां से ले सकते हैं किसान
नीम तेल एक जैविक कीटनाशक है, यह रासायनिक कीटनाशकों से अच्छा विकल्प है। इसी लिए नीम तेल किसानों को 50% सब्सिडी के साथ कृषि रक्षा इकाई में उपलब्ध कराया जा रहा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में 262 लीटर नीम का तेल आया हुआ है जिसके बारे में कृषि रक्षा अधिकारी का कहना है कि किसान यहां से तेल ले जा सकते हैं। जिसमें 2.5 लीटर तेल, 500 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे किया जाता है। यह मात्रा सही रहेगी।
अगर समस्या बनी रहती है तो यह स्प्रे 15 से 20 दिन के अंतराल में कर सकते हैं। बिल्कुल जैविक तरीके से अपनी फसल को कीटों से और जंगली जानवरों से सुरक्षित कर सकते हैं। रामपुर के किसी भी ब्लॉक के किसान कृषि रक्षा इकाई से यह तेल ले सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं नीम तेल का इस्तेमाल बागवानी करने वाले भी लोग करते हैं। यह फंगल रोग से भी फसल को बचाता है।