महंगी बिकने वाली लकड़ी के पेड़ की खेती करके किसान पारंपरिक फसलें से कहीं ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं तो चलिए इस पेड़ के बारे में जानते हैं-
पेड़ की खेती
कई ऐसे किसान है जिनके पास बहुत सारी जमीन है और वह उसमें धान, गेहूं जैसे पारंपरिक फसलों की खेती करते हैं। लेकिन अगर किसान एक बीघा जमीन में कुछ ऐसे पेड़ लगा दे जिनकी लकड़ी महंगी बिकती है तो उनसे कुछ साल के भीतर वह करोड़पति बन सकते हैं। जबकि धान, गेहूं की खेती में सिर्फ जीवन यापन किया जा सकता है, तो यहां पर उस महंगे पेड़ की लकड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे एक बीघा से करोड़पति बनने की गारंटी दी जाती है।
इस पेड़ की लकड़ी बिकती है महंगी
दरअसल, यहां पर महोगनी की खेती की बात की जा रही है। महोगनी की लकड़ी का इस्तेमाल जहाज बनाने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं फर्नीचर, प्लाईवुड जैसी चीजों के निर्माण में भी महोगनी की लकड़ी काम आती है। इसकी लकड़ी महंगी होती है। लकड़ी के अलावा छाल, पत्तियां, जड़ सब कुछ बेंच सकते हैं। इसके पत्तियों से दवाइयां बनाई जाती है। यानी कि पूरा का पूरा पेड़ पैसे दे सकता है। बस बेचने का आईडिया किसान को होना चाहिए। तो चलिए जानते हैं एक बीघा में खेती करेंगे तो कितने पेड़ लगाने हैं।
एक बीघा में कितना पेड़ लगाएं किसान
महोगनी की खेती एक बीघा में करके भी अच्छी कमाई की जा सकती है। लेकिन किसानों को पूरी मेहनत करनी पड़ेगी। बढ़िया से पेड़ लगाना पड़ेगा। उनकी देखरेख शुरुआती दौर पर करनी पड़ेगी। बाद में पेड़ खुद ही अपने आप पर पोषण ग्रहण करने लगते हैं। जिसमें एक बीघा में करीब 200 पेड़ किसान तैयार कर लेते हैं तो एक करोड़ की कमाई कर ले सकते हैं।
जिसमें कुछ किसानों ने बताया कि तीन साल पहले उन्होंने महोगनी की खेती की थी, और 200 पेड़ उन्होंने लगाए थे। मगर 170 पेड़ ही तैयार हुए हैं और इन तीन सालों में उन्होंने ₹20000 खर्च किए हैं। 119 रुपए में उन्हें पेड़ मिला था। अब पेड़ों की कीमत और ज्यादा कम हो सकती है। वह बताते हैं कि यह पेड़ 10 से 12 साल में तैयार हो जाते हैं। एक पेड़ से ही 40 से ₹50000 कमाई किसान कर सकते हैं, तो इस तरह देख सकते हैं अगर खाली जमीन पड़ी हुई है तो उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। महोगनी की खेती वहां पर कर सकते हैं।
अगर किसान भाई महोगनी के पेड़ लगाना चाहते है तो बता दे कि जुलाई में अभी लगा सकते है। इस समय बारिश अच्छी होती है और पौधों को कम पानी की ज़रूरत होती है। पौधे लग जल्दी जाते है।